एक नए अध्ययन से पता चलता है कि कोविड के बाद के दौर में आकर्षक लोगों में मास्क पहनने का रुझान कम होता है।
दक्षिण कोरिया में सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने लोगों से उनके आकर्षण और अलग-अलग मौकों पर मास्क पहनने के कारण के बारे में पूछने के लिए तीन प्रश्नावली भरवाई थी।
अध्ययन में पाया गया कि युवा और मध्यम आयु वर्ग के अमेरिकी जो खुद को आकर्षक मानते थे, यह मानने की अधिक संभावना थी कि मास्क पहनने से उनकी सकारात्मक छवि बाधित होती है। उनका मानना है कि अपना चेहरा ढंकने से उनकी इमेज पर असर पड़ता है।
दूसरी ओर ऐसे भी लोग हैं जो लोग खुद को आकर्षक नहीं मानते हैं और उनका मानना है कि अपने चेहरे को ढकने से उनकी इमेज में सुधार होता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने पिछले साल कोविड महामारी के अंत की घोषणा की थी, लेकिन 10 में से चार अमेरिकी अभी भी मास्क पहनते हैं।
शोधकर्ताओं ने अध्ययन के लिए चुने गए अमेरिकी व्यक्तियों पर तीन अध्ययन किए। इन लोगों की औसत आयु 33 वर्ष थी और अध्ययन में भाग लेने वालों में लगभग 44 प्रतिशत पुरुष थे।
शोध से सबसे महत्वपूर्ण जानकारी तीसरे अध्ययन से मिली। इस अध्ययन में 442 लोगों ने भाग लिया, जिनमें से आधे से पूछा गया कि क्या वे टहलने के लिए बाहर गए हैं और आधे से पूछा गया कि क्या वे नौकरी के लिए इंटरव्यू देने गए थे। उनके व्यक्तित्व को और अधिक आकर्षक बनाते हैं।
जिन व्यक्तियों ने खुद को आकर्षक माना, उन्होंने हां में कम उत्तर दिया, जबकि जिन लोगों ने हां में उत्तर दिया, वे मास्क के साथ अधिक आकर्षक महसूस करते थे।
हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने पिछले साल कोविड महामारी के अंत की घोषणा की थी, लेकिन 10 में से चार अमेरिकी अभी भी मास्क पहनते हैं।