राजस्थान, 10 नवंबर : ट्विटर पर एक अभियान की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पेट्रोल और डीजल पर वैट घटाने का आग्रह किया, तो राजस्थान के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुला पत्र लिखा। इस पत्र में मांग की गई है कि करों में राज्यों की हिस्सेदारी में लगातार घटाना राजकोषीय संघवाद की भावना के खिलाफ है।
अशोक गहलोत का कहना है कि केंद्र ने पहले पेट्रोल-डीजल पर अतिरिक्त और विशेष उत्पाद शुल्क बढ़ाया और बाद में इसे न्यूनतम कर दिया और वैट को कम करने के लिए राज्यों के बीच आपसी प्रतिस्पर्धा का माहौल बनाने की कोशिश की, जो सहकारी संघवाद की भावना के विपरीत भी है।
गहलोत ने केंद्र से पेट्रोल और डीजल पर केंद्रीय पूल के अतिरिक्त उत्पाद शुल्क और विशेष उत्पाद शुल्क को और कम करने का अनुरोध किया है जिससे आम जनता को उत्पाद शुल्क और वैट में एक साथ कमी का उचित लाभ मिल सके।
अशोक गहलोत ने इसके अलावा मोदी से तेल कंपनियों को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार वृद्धि को रोकने का निर्देश देने का भी अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि तेल कंपनियों द्वारा कीमतों में दैनिक वृद्धि से केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा दी गई राहत का लाभ शून्य हो जाएगा।