यूरेशियन देश आर्मेनिया ने इजरायल के कड़े विरोध को नजरअंदाज करते हुए फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र राज्य के रूप में मान्यता दे दी है।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया के अनुसार, आर्मेनिया के विदेश मंत्रालय ने घोषणा की है कि उनके देश ने आधिकारिक तौर पर फिलिस्तीन को एक राज्य के रूप में मान्यता दी है।
स्पेन, आयरलैंड और नॉर्वे ने द्वारा फ़िलिस्तीनी राज्य को आधिकारिक तौर पर मान्यता देने के बाद आर्मेनिया समेत अन्य यूरोपीय देशों ने भी यही कदम उठाया है।
आर्मेनिया के विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि वह गाजा में हमास के साथ इजरायल के तत्काल संघर्ष विराम पर संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव का समर्थन करता है और इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष के दो-राज्य समाधान के पक्ष में है।
बताते चलें कि पश्चिमी देशों स्पेन, आयरलैंड और नॉर्वे ने हाल ही में फ़िलिस्तीनी राज्य को आधिकारिक तौर पर मान्यता दी थी, जिसके बाद आर्मेनिया समेत अन्य यूरोपीय देशों ने भी यही कदम उठाया है।
इज़रायल राज्य के विदेश कार्यालय ने इज़रायल में आर्मेनिया के राजदूत को तलब किया और फ़िलिस्तीन को एक राज्य के रूप में मान्यता देने के निर्णय पर अपनी नाराज़गी व्यक्त करते हुए विरोध दर्ज कराया।
दूसरी ओर, फिलिस्तीनी प्राधिकरण की सत्तारूढ़ पार्टी पीएलओ ने आर्मेनिया के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि आर्मेनिया का यह कदम संघर्ष के दो-राज्य समाधान की दिशा में एक सकारात्मक प्रगति है।
गौरतलब है कि 7 अक्टूबर से गाजा पर इजरायली बमबारी में मारे गए फिलिस्तीनियों की संख्या 37,000 से ज्यादा हो गई है, जबकि 85,000 से अधिक घायल हैं। मरने वालों और घायलों में आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे हैं।