खराब क्वालिटी की प्लास्टिक से बने धूप के चश्मे आपकी आंखों के लिए हानिकारक हो सकते हैं, जबकि बेहतर गुणवत्ता वाले चश्मे न सिर्फ सुरक्षित होते हैं, बल्कि आपको कई समस्याओं से भी बचाए रखते हैं।
खराब प्लास्टिक के चश्मे पहनने के कई नुकसान देखने में आये हैं इनमे आँखों की समस्या के साथ स्किन एलर्जी की शिकायतें भी देखी गई हैं। घटिया किस्म के चश्मों का इस्तेमा आपको कई परेशानियों से दो-चार कर सकता है, जैसे-
एक्सपर्ट कहते हैं कि उपभोक्ताओं को ऐसे धूप के चश्मे की तलाश करनी चाहिए जो 99-100% पराबैंगनी किरणों को रोक सकें। पराबैंगनी किरणों के लम्बे समय तक संपर्क में रहने से मोतियाबिंद, मैक्युलर डिजनरेशन और ऑक्यूलर मेलेनोमा का खतरा बढ़ सकता है।
जो चश्मे धूप में रहने वालों के लिए पराबैंगनी किरणों को रोकने में मददगार होते हैं, वह आँखों की सुरक्षा के लिए बेहतर माने जाते हैं।
ध्यान रखें कि घटिया प्लास्टिक से निर्मित कुछ गिलास ऐसे रसायनों से बने होते हैं जो एलर्जी की समस्या उत्पन्न कर सकते हैं। इसके विपरीत टिकाऊ और हाइपोएलर्जेनिक सामग्री से बने चश्मे की सतह चिकनी होने के साथ यह पहनने में आरामदायक भी होते हैं और एलर्जी की सम्भावना को भी कम करते हैं।
ख़राब क्वालिटी के चश्मे को ज़्यादा समय तक लगाने से सिरदर्द, चक्कर आना और आंखों में दर्द जैसी शिकायत हो सकती है। गर्म मौसम के कारण आंखों में पानी आने की शिकायत भी खराब क्वालिटी के चश्मे के कारण संभव है।