लंदन की सरकार ने घोषणा की है कि पहली अक्तूबर 2025 से रात 9 बजे से पहले टीवी पर जंक फूड के विज्ञापनों पर प्रतिबंध लागू हो जाएगा। इस पाबन्दी में बहुत अधिक वसायुक्त और बेहद मीठे या बहुत अधिक नमकीन खाद्य पदार्थों के विज्ञापन शामिल हैं।
सत्तारूढ़ लेबर पार्टी ने एक बयान जारी कर कहा कि यह फैसला, बचपन में मोटापे से निपटने के उद्देश्य के लिए किया जा रहा है। बयान के मुताबिक़, जंक फूड के विज्ञापन के साथ-साथ ऑनलाइन विज्ञापन पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगाए जाने की तैयारी है।
स्वास्थ्य मंत्री एंड्रयू ग्वेने ने अपनी जानकारी में स्पष्ट किया कि प्रतिबंधों के दायरे और उनके कार्यान्वयन की तारीख की पुष्टि करते हुए व्यवसायों को मार्गदर्शन प्रदान किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ग्वेने ने संसद को दिए एक लिखित बयान में बताया कि इंग्लैंड में पांच में से एक से अधिक बच्चे चार या पांच साल की उम्र में प्राइमरी स्कूल शुरू करने तक मोटापे से ग्रस्त और अधिक वजन वाले हो जाते हैं। आगे उन्होंने बताया कि जब वे 11 वर्ष की आयु में स्कूल छोड़ते हैं तो यह आंकड़ा एक तिहाई से भी अधिक हो जाता है।
स्वास्थ्य मंत्री ने इस प्रतिबंध को बच्चों को कम स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों के विज्ञापनों के संपर्क में आने से बचाने में मददगार बताया है। दूसरी तरफ, राजनीतिक दक्षिणपंथी लोगों ने इसकी आलोचना करते हुए इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर हमला बताया है।
इससे पहले कंजर्वेटिव पार्टी ने साल 2021 में इसपर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया था। उस समय बोरिस जॉनसन प्रधानमंत्री थे। उन्होंने वजन बढ़ने की समस्या से खुद भी जूझने की बात कही थी, लेकिन इस क्षेत्र के निर्माताओं को अनुकूलन के लिए अधिक समय देने के लिए इसे स्थगित कर दिया गया था।
स्वास्थ्य प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए लेबर सरकार अन्य योजनाएं भी बना रही है, जिसमे 16 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए उच्च चीनी और कैफीन युक्त ऊर्जा पेय पर प्रतिबंध लगाना शामिल है।