हॉलिवूड की सुपर स्टार एवं राष्ट्र संघ की शरणार्थी एजेंसी की राजदूत एंजेलीना जोली ने म्यांमार के रखाइन प्रांत में इस देश के सैनिकों और बौद्ध चरमपंथियों द्वारा मुस्लिम महिलाओं पर किए जा रहे अमानवीय अत्याचारों की कड़ी निंदा की है।
संयुक्त राष्ट्र संघ की शरणार्थी एजेंसी की सद्भावना राजदूत जोली ने कहा है कि म्यांमार सेना ने जहां रोहिंग्या मुसलमानों का नस्लीय सफ़ाया किया है, वहीं बड़े पैमाने पर रोहिंग्या महिलाओं का बलात्कार किया है और उनपर अत्याचार किए हैं।
जोली दुनिया भर में मानवीय मामलों को बढ़ावा देने और शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) के माध्यम से शरणार्थियों के के लिए काम करती हैं।
म्यांमार के सैन्य अधिकारियों के ख़िलाफ़ अंतरराष्ट्रीय अदालत में मुक़दमा चलाए जाने की मांग करते हुए जोली ने कहा कि यह एक बड़ी मानवीय त्रासदी है और म्यांमार के सैनिकों के अत्याचारों से बचने के लिए लाखों रोहिंग्या सीमा पार करके बांग्लादेश पहुंचे हैं।
कनाडा में बांग्लादेश शरणार्थियों के एक दल से मुलाक़ात करके हॉलिवूड की विश्व प्रसिद्ध अभिनेत्री ने कहा कि वे शोषण का शिकार होने वाली रोहिंग्या महिलाओं से मिलना चाहती हैं।
उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र संघ म्यांमार के रखाइन प्रांत में सैनिकों के हाथों रोहिंग्या मुसलमानों के नरसंहार को नस्लीय सफ़ाया क़रार दे चुका है।
अभी हाल ही में ह्यमैन राइट्स वाच ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि म्यांमार की सेना ने रोहिंग्याओं के नस्लीय सफ़ाए के दौरान बड़े पैमाने पर लड़कियों और महिलाओं का बलात्कार किया है। msm