दुनिया भर में महामारी बनकर पफैलने वाला कोरोना वायरस चीन की वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वाइरोलॉजी के लैब से निकलकर फैला था। इस बात का दावा अमेरिकी एनर्जी डिपार्टमेंट की अपडेटेड रिपोर्ट में किया गया है।
वर्ष 2019 में कोरोना वायरस से होने वाले संक्रमण पर आज भी बहस जारी है और आये दिन इस सम्बन्ध में खुलासे भी हुआ करते हैं। वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वाइरोलॉजी के दावे पर एक बार फिर से दुनिया भर में चर्चा शुरू हो गई है। हालांकि चीन ने इस तथ्य को नकारा है। इसके बावजूद दुनियाभर की ज्यादातर जांच एजेंसियां कोरोना वायरस के अस्तित्व के लिए चीन के वुहान लैब में तैयार किये जाने का दावा करती हैं।
दुनियाभर की जांच एजेंसियां कोरोना की उत्पत्ति को लेकर चीन को जिम्मेदार ठहराती हैं। दावा में कहा जाता है कि चीन की वुहान लैब में यह वायरस बनाया गया था।
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के अनुसार रिपोर्ट से पता चलता है कि कोविड -19 वायरस संभवत एक चीनी प्रयोगशाला में दुर्घटना के ज़रिये फैला था। इससे पूर्व एफबीआई ने भी अपने निष्कर्ष में कहा था कि चीन में एक प्रयोगशाला रिसाव के कारण कोरोना वायरस महामारी उत्पन्न हुई थी।
चल गया पता: चीन की वुहान लैब में ही बना था खतरनाक कोरोना वायरस, अमेरिका का नया खुलासा#WuhanLab #indiatvhindihttps://t.co/lR8u2TQINz
— India TV Hindi (@IndiaTVHindi) February 27, 2023
चीन लगातार इन आरोपों को खारिज करता रहा है। इस मामले में चीन का कहना है कि यह वायरस उसकी लैब में नहीं बना, बल्कि बाहर से आया है। इस सम्बन्ध में कई जांच एजेंसियों ने ऐसे कई सबूत पेश किए जिसके अनुसार चीन शक के दायरे में आता है। पहली बार कोरोना वायरस की पुष्टि 2019 के अंत में चीनी शहर वुहान में हुई थी। इसके बाद से ही इसकी उत्पत्ति के लिए चीन को शक की नजरों से देखा जाता है।