इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने कहा है कि अमरीका इस पोज़ीशन में नहीं है कि वह परमाणु समझौते पर शर्त लगाए।
इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने मंगलवार को ट्वीट किया किया जिसे पाकिस्तान के जियो चैनल के एंकर मीर हामिद ने पढ़कर सुनाया कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के भरोसा योग्य न होने के कारण कोई भी उनके साथ सहयोग में रुचि नहीं रखता है।
विदेशमंत्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ने बल दिया कि यदि अमरीका के हस्ताक्षर की विश्वसनीयता केवल चार से आठ साल तक की है तो कोई भी वाशिंग्टन के साथ सहमति में रुचि नहीं रखेगा।
ज्ञात रहे कि ईरान और ब्रिटेन, फ़्रांस, रूस, चीन, अमरीका और जर्मनी पर आधारित गुट पांच धन एक के बीच जनवरी 2016 से परमाणु समझौते पर अमल शुरु हुआ था किन्तु इस समझौते के एक पक्ष के रूप में अमरीकी सरकार ने समझौते के क्रियान्वयन का उल्लंघन किया है। अमरीका अपनी समझ में परमाणु समझौते में सुधार चाहता है किन्तु ईरान ने हमेशा से बल दिया है कि इस अंतर्राष्ट्रीय समणौते से न तो शब्द निकलेगा और न ही इसमें एक शब्द बढ़ाया जाएगा।
ईरान के विदेशमंत्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ एक उच्चस्तरीय व्यापारिक और आर्थिक प्रतिनिधि मंडल के साथ रविवार की रात पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद पहुंचे थे जहां उन्होंने ईरान-पाकिस्तान संबंधों की 70वीं वर्षगांठ के कार्यक्रम को भी संबोधित किया।