वॉशिंगटन: पाकिस्तान में दर्जनों बेकसूर नागरिकों की जान लेने वाले कई हमलों में लिप्त रहा अलकायदा का शीर्ष आतंकवादी कारी यासिन पूर्वी अफगानिस्तान में एक अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया. Alquaeda
पेंटागन ने यह जानकारी दी. बताया जाता है कि इस्लामाबाद के मैरियट होटल में 20 सितंबर 2008 को हुए बम विस्फोट में और वर्ष 2009 में लाहौर में श्रीलंका की क्रिकेट टीम को ले कर जा रही बस पर हुए हमले की साजिश यासिन ने ही रची थी.
अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में 19 मार्च को किए गए अमेरिकी ड्रोन हमले में यासिन मारा गया.
अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने कल बताया ‘‘कारी यासिन की मौत इस बात का प्रमाण है कि इस्लाम को बदनाम करने वाले और बेकसूर नागरिकों को सुनियोजित तरीके से निशाना बनाने वाले आतंकवादी न्याय के कटघरे से बच नहीं पाएंगे.
पेंटागन ने बताया कि आतंकवाद के खिलाफ अमेरिकी हमले में यासिन मारा गया. वह दो अमेरिकी कर्मियों सहित दर्जनों बेकसूर लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार था.
एक बयान में पेंटागन ने बताया कि बलूचिस्तान के कारी यासिन के संबंध तहरीक ए तालिबान के साथ थे और उसने अलकायदा के कई आतंकी हमलों की साजिश रची थी.
बयान के अनुसार इस्लामाबाद के मैरियट होटल में हुए बम विस्फोट में अमेरिकी वायु सेना के मेजर रोडोल्फ आई रोड्रिग्ज और नौसेना के क्रिप्टोलॉजिक तकनीशियन थर्ड क्लास पेटी ऑफिसर मैथ्यू जे ओ’ब्रायन्ट मारे गए थे.
कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान तालिबान ने पुष्टि की थी कि एक अमेरिकी ड्रोन हमले में यासिन मारा गया. इसके कुछ दिन बाद पेंटागन ने यासिन के मारे जाने की पुष्टि की.
यासिन को पाकिस्तान तालिबान का ‘‘करीबी सहायक’’ बताते हुए गुट के प्रवक्ता मोहम्मद खुरासानी ने कहा कि यासिन ‘‘मुजाहिदीनों का प्रशिक्षक’’ था.
उसने बताया कि यासिन के तीन साथी भी अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए. लॉन्ग वार जर्नल में बताया गया है कि अमेरिका कम से कम चार साल से यासिन की तलाश कर रहा था.