नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस कमिश्नर आलोक वर्मा सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन यानी CBI के नए डायरेक्टर होंगे। नरेंद्र मोदी ने गुरुवार शाम आलोक के अप्वॉइंटमेंट को मंजूरी दे दी। वर्मा दो साल तक सीबीआई डायरेक्टर की पोस्ट पर रहेंगे। Alok vrema
नरेंद्र मोदी की अगुवाई में तीन मेंबर्स के पैनल ने सीबीआई का नया चीफ तय करने के लिए मंगलवार को बैठक की थी। आलोक वर्मा के नाम को मंजूरी तीन लोगों के पैनल ने दी। इसमें मोदी के अलावा, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया जेएस. खेहर और लोकसभा में कांग्रेस लीडर मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल थे।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि खड़गे ने आलोक के नाम पर इसलिए आपत्ति दर्ज कराई थी क्योंकि इस अफसर के पास सीबीआई में काम करने का अनुभव नहीं है।
नए चीफ के तौर पर दिल्ली पुलिस कमिश्नर आलोक वर्मा का नाम पहले से ही तय माना जा रहा था।
एक महीने से खाली थी CBI डायरेक्टर की पोस्ट,सीबीआई डायरेक्टर की पोस्ट पिछले साल दो दिसंबर से खाली थी। अनिल सिन्हा दो दिसंबर को रिटायर हुए थे।
फिलहाल गुजरात कैडर के आईपीएस राकेश अस्थाना जांच एजेंसी के इंटरिम डायरेक्टर हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, CBI डायरेक्टर के लिए 45 आईपीएस अफसरों की लिस्ट पीएमओ भेजी गई थी।
इनमें आलोक वर्मा के अलावा कृष्णा चौधरी, अरुणा बहुगुणा और एससी माथुर के नाम शामिल थे।
1979 बैच के यूटी (अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और यूनियन टेरेटरी) आईपीएस हैं। तिहाड़ जेल के डायरेक्टर जनरल रह चुके हैं।
इसके बाद उन्हें दिल्ली पुलिस कमिश्नर बनाया गया था। वर्मा अंडमान और निकोबार आईलैंड्स में आईजी रह चुके हैं। इसके अलावा पुड्डुचेरी में डीजीपी भी रहे हैं।