संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने पाकिस्तान पर बड़ा हमला बोला। अकबरुद्दीन ने संयुक्त राष्ट्र में मानवाधिकार के विषय पर आयोजित विशेष कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है।
अकबरुद्दीन ने कहा कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र के मंच का ग़लत ढंग से इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा है। दूसरों की ज़मीन पर पाकिस्तान नजरें गड़ाए रहता है। अकबरुद्दीन ने यहां तक कहा कि जिन आतंकियों को यूएन ने बैन कर रखा है उसको पाकिस्तान अपने यहां पनाह देता रहा है। दुनिया अब पाकिस्तान की हर चाल को समझ रही है। अकबरुद्दीन का ये भाषण पाकिस्तान के प्रतिनिधि को जवाब था जिसने इसी कार्यक्रम के दौरान कश्मीर का मुद्दा उठाकर भारत पर हमला बोला था। हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में उठाने वाले पाकिस्तान पर कड़ा पलटवार करते हुए भारत ने कहा है कि पाकिस्तान आतंकियों का ‘गुणगान’ करता है और दूसरों के भूभाग के लालच में आतंकवाद का इस्तेमाल सरकारी नीति के तौर पर करता है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने पाकिस्तान की दूत मलीहा लोदी की ओर से संयुक्त राष्ट्र महासभा में मानवाधिकारों पर बहस के दौरान कश्मीर और वानी की मौत के बारे में जिक्र किए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई। मलीहा ने अपने बयान में कश्मीर का तो मुद्दा उठाया ही था, साथ ही साथ भारतीय बलों द्वारा वानी की ‘एक्सट्रा जूडिश्यल’ का भी जिक्र किया और उसे ‘कश्मीरी नेता’ बताया।
अकबरूद्दीन का बयान पाकिस्तान को हाल में दिया गया सबसे करारा जवाब है। अकबरूद्दीन ने कहा कि पाकिस्तान आतंकियों का गुणगान करता है और इस ‘ट्रैक रिकॉर्ड’ की वजह से ही अब तक संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार संगठन में उसे सदस्यता नहीं मिल सकी है। बहुपक्षीय वैश्विक संस्था में कश्मीर का मुद्दा उठाने के लिए मलीहा पर बरसते हुए अकबरूद्दीन ने कहा कि यह खेदजनक है कि पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के मंच का ‘दुरूपयोग’ करने की कोशिश की है।
उन्होंने कहा कि एक ‘‘विविध, बहुलतावादी और सहिष्णु’’ समाज होने के नाते कानून के शासन, लोकतंत्र और मानवाधिकारों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता उसके मूल सिद्धांतों में है।
अकबरुद्दीन ने कहा, ‘‘हम वार्ता और सहयोग के जरिए सभी के मानवाधिकारों को बढ़ावा देने के लिए और उसकी सुरक्षा करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध हैं।’’