कांग्रेस लोकसभा चुनाव से पहले राज्यसभा चुनावों की रणनीति पर काम करती नज़र आ रही है। माना जा रहा है कि कांग्रेस ने भाजपा के हिंदुत्व एजेंडा के मुक़ाबले जाति आधाारित गणना का कार्ड सामने कर दिया है। ऐसा कर के कांग्रेस ने भाजपा के बड़े वोट बैंक पर सेंधमारी की तैयारी की है। इस बीच मिजोरम , छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना के विधानसभा चुनाव घोषित होने के बाद यहाँ आचार संहिता लागू कर दी गई है।
सोमवार को होने वाली कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर जाति आधारित गणना की चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई। मीटिंग के बाद राहुल गांधी ने मीडिया से जाति जनगणना का मुद्दा उठाकर केंद्र पर निशाना साधा है।
कांग्रेस विधानसभा चुनावों में ओबीसी मुद्दे के साथ भाजपा को चुनौती देने की तैयारी कर रही है। भाजपा पर निशाना साधते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि 4 राज्यों में हमारी सरकार है, जिनमे तीन जगहों पर ओबीसी मुख्यमंत्री हैं। आगे उन्होंने भाजपा के हवाले से ये भी बताया कि उनके दस मुख्यमंत्रियों में केवल एक ओबीसी है।
मिजोरम , छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना के विधानसभा चुनाव घोषित, आचार संहिता लागू#ElectionCommission #MadhyaPradeshElection2023 #Rajasthan #TelanganaElections2023
— यूनीवार्ता (@univartaindia1) October 9, 2023
सोमवार को चुनाव आयोग ने राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। इन राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही कांग्रेस ने जातिगत जनगणना की मांग तेज़ी से उठाना शुरू कर दी है।
राहुल गांधी के बयान ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस अब इस मुद्दे पर और आगे बढ़ने वाली है। ओबीसी को केंद्र में लाते हुए राहुल गांधी ने इस बात पर ज़ोर देना शुरू कर दिया है कि उनकी पार्टी में 4 मुख्यमंत्री हैं और उसमें 3 ओबीसी हैं। बिहार में जाति गणना की रिपोर्ट जारी होने के बाद राहुल गांधी इस मुद्दे को पूरी ताक़त से सामने ला रहे हैं।
दिल्ली
➡कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का बयान
➡जातीय जनगणना पर CWC में चर्चा हुई-राहुल गांधी
➡कांग्रेस शासित राज्यों में होगी जातीय जनगणना-राहुल
➡कांग्रेस वर्किंग कमेटी में सर्वसम्मति से फैसला-राहुल
➡4 घंटे तक जातीय जनगणना पर चर्चा हुई- राहुल
➡राजस्थान,छत्तीसगढ़ में… pic.twitter.com/wkaUWdV50q
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) October 9, 2023
साथ ही ओबीसी को अपने पाले में लाने की कोशिश करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ओबीसी वर्ग के लिए काम नहीं करते, बल्कि उनका ध्यान भटकाने का प्रयास करते हैं।
अपनी बात में राहुल गांधी ने जाति आधारित जनगणना को एक एक्सरे की तरह बताया, जिससे ओबीसी और अन्य वर्गों की स्थिति की जानकारी मिल सकेगी। इसपर राहुल गांधी ने सवाल उठाया कि आखिर प्रधानमंत्री यह एक्सरे क्यों नहीं चाहते।
राहुल ने संसद का हवाला देते हुए भी सवाल पूछा। उन्होंने संसद का उदाहरण देते हुए कहा कि देश के 90 सचिवों में से केवल तीन ओबीसी वर्ग के हैं। इसपर उन्होंने नरेंद्र मोदी को इस बात पर सहमत बताया कि देश में 50 फीसदी आबादी वाले लोग सत्ता की भागीदारी में न के बराबर हैं।
ओबीसी समुदाय का ध्यान भटकाए जाने की बात के हवाले से राहुल गांधी ने कहा कि हम कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश में जातीय जनगणना कराएंगे और इसके अलावा जिन राज्यों में हमारी सरकार आएगी वहां भी ऐसा फैसला लेंगे।