गोरखपुर : यूपी चुनाव से पहले भाजपा के लिए मुश्किलें आ सकती हैं। भाजपा के गोरखपुर से सांसद और पूर्वी यूपी के दिग्गज नेता योगी आदित्यनाथ बागी होते दिख रहे हैं। Adityanath
21 जनवरी (शनिवार) को बीजेपी ने यूपी चुनाव के पहले दो चरण के स्टार कैंपेनर्स की लिस्ट में योगी आदित्यनाथ को शामिल किया था।
वहीं, शुक्रवार को योगी आदित्यनाथ के अंतर्गत आने वाली हिन्दू युवा वाहिनी (HYV) ने कुशीनगर और महाराजगंज जिले के 6 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी।
लिस्ट जारी किए जाने के बाद से भाजपा के लिए परिस्थिति को सामना करना मुश्किल हो रहा है। हिन्दू युवा वाहिनी की खोज 2002 में आदित्यनाथ ने ही की थी।
हिन्दू युवा वाहिनी पूर्वी उत्तर प्रदेश की 64 सीटों से चुनाव लड़ेगी। वाहिनी ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने उनके संस्थापक का अपमान किया है।
वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष सुनिल सिंह ने कहा, “हम और उम्मीदवारों की लिस्ट भी जारी करेंगे। वाहिनी के कार्यकर्ता नाराज हैं क्योंकि बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ जी का अपमान किया।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग आदित्यनाथ जी को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में देखना चाहते हैं, लेकिन बीजेपी ने ऐसा नहीं किया। पार्टी ने उन्हें इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी में भी शामिल नहीं किया।”
सिंह ने कहा, “आदित्यनाथ जी ने करीब 10 उम्मीदवारों की लिस्ट दी थी, लेकिन बीजेपी ने सिर्फ दो को ही टिकट दिया। हम और सहन नहीं कर सकते और इसलिए हमने खुद ही अपने उम्मीदवार बीजेपी के सामने उतार दिए हैं।”
उन्होंने कहा, “2014 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान हमने गोरखपुर के वोटर्स को विश्वास दिलाया था कि आदित्यनाथ जी को वोट डालकर वह सांसद के साथ एक केंद्रिय मंत्री को भी चुनेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
भाजपा ने उन्हें पिछले साल परिवर्तन यात्रा में भी अनदेखा कर दिया। यात्रा के पोस्टर्स और बैनर पर उनकी तस्वीर नहीं थी।”