अभिनेता अलोक नाथ के खिलाफ लेखक और प्रोड्यूसर विनीता नंदा ने यौन शोषण के आरोप लगाए थे. इस मामले में मुंबई कोर्ट ने कहा कि विनता कथित अपराध की तारीख या महीना बताने में नाकाम रही हैं.
अभिनेता आलोक नाथ के खिलाफ लेखक और प्रोड्यूसर विनता नंदा ने शारीरिक शोषण के आरोप लगाए थे. इस मामले में मुंबई कोर्ट ने कहा कि विनता कथित अपराध की तारीख या महीना बताने में नाकाम रही हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुंबई की सेशन कोर्ट ने आलोक नाथ की गिरफ्तारी से पहले जमानत देते हुए कहा कि इस आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है कि आरोप अपने निजी फायदे के लिए लगाए गए हों. अतिरिक्त सत्र न्यायालय के न्यायाधीश एसएस ओझा ने आलोक नाथ को 5 लाख रुपए के मुचलके पर जमानत दी है.
कोर्ट ने कहा कि विनता नंदा को पूरी घटना याद है, लेकिन घटना की तारीख और महीना याद नहीं है. यह सब देखते हुए ये आशंका हो सकती है कि आरोपी को अपराध में झूठा फंसाया गया हो. आदेश में जज ने कहा- विनता ने जो आरोप लगाए हैं, हो सकता है कि वह उनके आलोकनाथ के प्रति एकतरफा प्यार के चलते हों. अभिनेता के खिलाफ साफतौर पर शिकायतकर्ता के अपमानजनक, झूठे, दुर्भावनापूर्ण और काल्पनिक आरोपों के आधार पर केस दर्ज हुआ.