लखनऊ में शनिवार रात हुए अभिजीत यादव उर्फ विवेक की हत्या में पुलिस ने भले ही उसकी मां मीरा यादव को जेल भेज दिया है। लेकिन, पुलिस अभी भी वारदात में किसी और के शामिल होने की थ्योरी पर तफ्तीश कर रही है। अधिकारियों का मानना है कि कोई 55 वर्षीय महिला 22 वर्षीय नौजवान युवक को अकेले नहीं मार सकती है।
ऐसे में पुलिस मीरा यादव के बड़े बेटे अभिषेक, सौतेले पुत्र पूर्व विधायक आशीष यादव समेत अन्य संदिग्ध लोगों की भूमिका की जांच कर रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने हत्या के अलावा साक्ष्य छुपाने में भी मीरा का साथ दिया। इसकी जांच के लिए परिवारीजनों की कॉल डिटेल खंगाली जा रही है। साक्ष्य मिलते ही पुलिस उन्हें मुकदमे में आरोपी बनाएगी।
लखनऊ स्थित दारुल शफा के बी-ब्लॉक के फ्लैट नंबर- 137 में विधान परिषद के सभापति रमेश यादव की दूसरी पत्नी मीरा यादव अपने बेटे अभिषेक और अभिजीत के साथ रहती थी। रविवार सुबह पुलिस को सूचना मिली थी कि अभिजीत की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है। परिवार वालों ने अभिजीत की मौत को स्वभाविक बताते हुए पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया था। पर, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया था। इसमें अभिजीत की गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई थी। पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए अभिजीत की मां मीरा यादव को गिरफ्तार किया था।
इंस्पेक्टर हजरतगंज राधारमण सिंह के मुताबिक मीरा ने बयान दिया था कि घटना वाली रात उसका बड़ा बेटा अभिषेक नौकरों के साथ नरही स्थित दूसरे फ्लैट में था। सुबह उसने फोन करके अभिषेक को बुलाया था और फिर सौतेले बेटे आशीष यादव और सभापति रमेश यादव को सूचना दी गई थी। पुलिस सर्विलांस से अभिषेक की लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश कर रही है। ताकि पता चल सके कि घटना के वक्त वह कहां था। आशीष की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि परिवार के करीबियों की साक्ष्य छुपाने में भूमिका हो सकती है।
सुबह 9 बजे आई पहली कॉल
सूत्रों की मानें तो अभिषेक की सीडीआर खंगालने पर कई बातें सामने आई हैं। पता चला कि रात 11 बजे के बाद उसके नंबर पर कोई कॉल नहीं आई थी। रविवार सुबह 9 बजे के करीब मां मीरा यादव ने उसके नंबर पर फोन किया था। इंस्पेक्टर ने बताया कि दारुल शफा और नरही स्थित दोनों अपार्टमेंट के आसपास लगे सीसी कैमरों की फुटेज चेक की जा रही है।
पुलिस को घर के नौकरों से पता चला है कि अभिषेक रोज रात को दारुल शफा वाले फ्लैट में खाना खाने आता था। इसके बाद वह देर रात नरही वाले फ्लैट चला जाता था। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि शनिवार की रात को वह दारुल शफा आया था या नहीं। अगर आया था तो कितने बजा वापस लौटा था।