राज्यसभा में बुधवार को विभिन्न दलों के सदस्यों ने देश के कई हिस्सों में पानी के गंभीर संकट पर चिंता जतायी वहीं आप के एक सदस्य ने यमुना नदी के आसपास वर्षा के पानी के संचयन के दिल्ली सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी देने की केंद्र सरकार से मांग की। आप सदस्य ने आगाह किया कि 2020 तक दिल्ली में पानी का भयंकर संकट पैदा हो सकता है।
सदस्यों ने पानी के किफायती उपयोग की अहमियत पर भी बल दिया और केंद्र तथा राज्यों से मिलकर इस गंभीर चुनौती का सामना करने का आग्रह किया।
सदस्यों ने देश में पेय जल की आपूर्ति सहित जल संकट से संबंधित चुनौतियों पर उच्च सदन में हुयी अल्पकालिक चर्चा के दौरान अपनी बातें रखीं।
HOW BAD IS THE WATER CRISIS IN INDIA?
2020- 21 cities including Bengaluru, Delhi Hyderabad to run out of groundwater
2030-40% of Indians will have no access to drinking water
2040- There will be almost no drinking water in almost all of IndiaSource: @NITIAayog pic.twitter.com/gmLiuDfd49
— Siddharth (@SidKeVichaar) June 27, 2019
चर्चा की शुरूआत करते हुए आम आदमी पार्टी (आप) के संजय सिंह ने कहा कि पानी का संकट राष्ट्रीय संकट के रूप में बड़़ी चुनौती बन गया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में एक प्रतिष्ठित पत्रिका ने अपना पूरा एक अंक देश के जल संकट पर केंद्रित किया था।
उन्होंने दिल्ली सहित विभिन्न राज्यों में पानी की समस्या का जिक्र किया और कहा कि जब आप सरकार सत्ता में आयी थी, उस समय राजधानी में 55 प्रतिशत लोगों को ही पानी की आपूर्ति हो रही थी। आप सरकार के साढ़े चार साल के बाद अब 88 प्रतिशत लोगों तक पानी पहुंचाया जा रहा है। सिंह ने कहा कि 1996-97 में दिल्ली की आबादी एक करोड़ थी। उस समय भी दिल्ली को 900 एमजीडी पानी मिलता था और आज भी उतना ही पानी मिलता है। उतने पानी में ही दिल्ली को अपना गुजारा करना होता है।
India Facing Worst Water Crisis In History, Delhi, Bengaluru To Run Out Of Groundwater By 2020 https://t.co/T8hjjmEGVS
— Subhendu Roy (@subhendu_roy) June 26, 2019
सिंह ने कहा कि दिल्ली की आप सरकार ने जल शक्ति मंत्रालय से सहयोग का अनुरोध किया है। आप सरकार ने यमुना के आसपास वर्षा के पानी के संचयन के लिए एक परिजयोजना बनायी है। उन्होंने केंद्र सरकार से उसके मंजूरी देने और सरकार की मदद करने की अपील की। उन्होंने कहा कि वर्षा जल संचयन परियोजना के लिए केंद्र से अनुमति नहीं मिली तो 2020 तक दिल्ली में पानी का भयंकर जल संकट होगा और हाहाकार की स्थिति होगी।
उन्होंने कहा कि में पहले दिल्ली के कई इलाकों में पानी को लेकर लड़ाई होती थी। यहां टैंकर माफिया का राज होता था जिसे आप सरकार से खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि हम हर जगह पानी पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन यह सिर्फ हमारे वश की बात नहीं है। इसमें केंद्र की मदद जरूरी है।