भारतीय वायुसेना का दल संयुक्त अरब अमीरात में एक बहुराष्ट्रीय हवाई युद्धाभ्यास ‘डेजर्ट फ्लैग-10’ में हिस्सा लेगा। इसके लिए भारतीय वायुसेना की एक टुकड़ी रविवार को यूएई के अल धफरा एयर बेस पहुंची।
इस अभ्यास का मक़सद दुनिया की कुछ सबसे सक्षम वायु सेनाओं के साथ ऑपरेशन की जानकारी को साझा करना है. ‘डेजर्ट फ्लैग-10’ में भारत और यूएई के अलावा फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन, अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, कतर, दक्षिण कोरिया और तुर्की के देश भी शामिल हैं।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस अभ्यास में भारतीय वायुसेना के मिग-29 और जगुआर विमान हिस्सा ले रहे हैं। यह अभ्यास 21 अप्रैल से 8 मई तक आयोजित किया जाएगा।
अभ्यास के दौरान जानकारी साझा करने के साथ वायुसेना से जुड़ी सर्वोत्तम अभ्यासों के आदान-प्रदान के साथ जटिल और विविध लड़ाकू अभियानों को अंजाम दिया जाएगा।
‘डेजर्ट फ्लैग-10’ जैसे अभ्यास को मंत्रालय ने आपसी समझ और अंतर-संचालन क्षमता बढ़ाने वाला बताया है। इससे न सिर्फ सैन्य सहयोग मजबूत होता है बल्कि भारतीय वायुसेना की भागीदारी मित्र देशों के साथ रक्षा संबंधों और अंतर-संचालन क्षमता में भी मज़बूती आएगी।
यह भी बताते चलें कि भारत द्वारा उज्बेकिस्तान के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास करते हुए ‘डस्टलिक’ हो रहा है। पुणे में चल रहा यह अभ्यास 28 अप्रैल तक जारी रहेगा। इस अभ्यास के तहत एक निर्धारित क्षेत्र पर कब्जा करने वाली आतंकवादी कार्रवाई का जवाब दिया जा रहा है। इसके अंतर्गत छापेमारी, खोज और आतंकवाद के ठिकानों को खत्म करने वाले अभियानों की प्रेक्टिस की जा रही है।
इस अभ्यास में आधुनिकतम हथियारों एवं उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है। इसमें वायुसेना के विशेष बल एक हेलीपैड तैयार करेंगे, जो अगली कार्रवाई के लिए माउंटिंग बेस के रूप में इस्तेमाल होगा। इसके साथ ही यहां निरंतर संयुक्त अभियानों के लिए बटालियन स्तर पर एक संयुक्त संचालन केंद्र स्तापित किये जाने का काम भी जारी है।