रिलायंस जियो और अमरीकी अरबपति कारोबारी एलन मस्क के साथ स्टारलिंक हाई स्पीड इंटरनेट के लिए समझौता हो गया है।
समाचार एजेंसी एएनआई से मिली जानकारी में कहा गया है कि यह समझौता भारत में इंटरनेट कनेक्टिविटी के विकास के लिहाज से मील का पत्थर है। जियो प्लेटफ़ॉर्म्स लिमिटेड द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज़ में बताया गया है कि जियो और स्टारलिंक पूरे भारत को हाई स्पीड इंटरनेट से जोड़ने के लिए एक साथ मिलकर विस्तार कर रहा है।
गौरतलब है कि इस सुविधा से ग्रामीण इलाक़ों और दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट की पहुँच बेहतर हो जाएगी। इस सुविधा का बड़ा लाभ उन लोगों को मिल सकेगा जहाँ अभी भी सुचारु इंटरनेट सेवा उपलब्ध नहीं हो पाई है।
बताते चलें कि स्टारलिंक एक ऐसी सैटेलाइट ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा है जो सैटेलाइट कवरेज के अंदर कहीं भी इंटरनेट की सुविधा प्रदान कर सकती है।
इस बारे में जेपीएल का कहना है कि जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड ने भारतीय उपभोक्ताओं को स्टारलिंक ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराने के लिए स्पेसएक्स के साथ क़रार किया है। जियो इसके लिए अपने रिटेल आउटलेट तथा ऑनलाइन के माध्यम से स्टारलिंक की सेवा उपलब्ध कराएगा।
यह मामला पिछले साल से अधर में अटका होने के साथ चर्चा में भी बना हुआ था। बीते वर्ष स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क और जियो के मालिक मुकेश अंबानी के बीच भारत के सैटेलाइट ब्रॉडबैंड मार्केट के लिए मुक़ाबले के हालात बन गए थे।
इस बीच अक्तूबर 2024 में भारत सरकार ने यह घोषणा की थी कि ब्रॉडबैंड के लिए सैटेलाइट स्पेक्ट्रम का आवंटन नीलामी की जगह प्रशासनिक तरीके से किया जाएगा।
गौरतलब है कि इस मामले में जहाँ मस्क पहले भी नीलामी मॉडल की आलोचना करते रहे हैं जबकि अंबानी शुरू से ही इसका समर्थन कर रहे हैं।