उत्तर भारत एक बार फिर से ठंड की चपेट में है। इस बार की ठंड में तेज़ चलने वाली पछुवा हवाओं ने सूरज के ज़ोर को हल्का कर दिया है।
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक़, वर्तमान में उत्तर पाकिस्तान के ऊपर मौजूद पश्चिमी विक्षोभ और उससे जुड़ा निम्न दाब क्षेत्र यानी ट्रफ उत्तर भारत के मौसम को प्रभावित कर रहा है। इसके नतीजे में बीते 24 घंटों में तापमान में गिरावट आई है।
प्रदेश में रात का तापमान गिरने के साथ गलन बढ़ी है और इसका असर दोपहर में भी बना हुआ है। इस दौरान लखनऊ का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम 9.9 डिग्री रहा। शहर में वायु गुणवत्ता 141 मापी गई है।
शुक्रवार को प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी दोनों ही इलाक़ों में 20 से 30 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की जानकारी भी मौसम विभाग ने दी है। इसके अलावा सुबह के वक़्त कुछ जिलों में हल्का कोहरा भी हो सकता है।
विभाग का कहना है कि शनिवार को भी मौसम ऐसा ही बना रहेगा। गौरतलब है कि अगले 5 दिनों के लिए मौसम विभाग की ओर से कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर पाकिस्तान के ऊपर बना पश्चिमी विक्षोभ धीरे-धीरे पूर्व की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में कई इलाक़ों में बादल छाए रहने के साथ बारिश होने की भी उम्मीद है।
मौसम बिभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को प्रदेश में सबसे कम तापमान इटावा में रिकॉर्ड किया गया। यहां न्यूनतम तापमान 6.7 डिग्री सेल्सियस रहा। वाराणसी में सबसे ज्यादा तीखी धूप का असर देखने को मिला। यहां का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विभाग का कहना है कि 8 फरवरी से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की भी खबर है, जो उत्तर-पश्चिमी हिमालय को प्रभावित करेगा। हिमालयी क्षेत्रों में 8 फरवरी से 12-13 फरवरी तक बर्फबारी की भी खबर है।