कोलकाता के आरजी कर हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप मर्डर मामले में दो आरोपियों को जमानत मिल गई है। इससे यहाँ के डाक्टरों में ज़बरदस्त रोष है। डॉक्टर मंगलवार से धरना-प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं।
सीबीआई की तरफ से ट्रेनी डॉक्टर रेप मर्डर मामले में समय पर आरोप पत्र दाखिल नहीं किये जाने पर दो आरोपियों को जमानत मिल गई है।
शुक्रवार को बलात्कार-हत्या मामले में सियालदह अदालत ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के पूर्व प्रभारी अभिजीत मंडल को जमानत दे दी। सीबीआई द्वारा अनिवार्य 90 दिनों की अवधि के भीतर आरोप पत्र दाखिल न किये जाने पर यह जमानत दी गई है।
डब्ल्यूबीजेपीडी यानी पश्चिम बंगाल संयुक्त चिकित्सक मंच के संयुक्त संयोजक डॉक्टर पुण्यब्रत गन ने सीबीआई द्वारा पूरक आरोपपत्र तत्काल पेश करने की भी मांग की है। उन्होंने बताया कि डब्ल्यूबीजेपीडी ने कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा को पत्र लिखकर 10 दिवसीय प्रदर्शन की अनुमति मांगी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़, पांच संघों के एक संगठन डब्ल्यूबीजेपीडी का प्रस्तावित प्रदर्शन 26 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा। आयोजन डोरेना क्रॉसिंग पर होगा।
धरने को लेकर पुण्यब्रत गन ने आश्वासन दिया है कि यातायात में किसी तरह की बाधा नहीं डाली जाएगी साथ ही प्रदर्शन पूरी तरह से कानूनी और सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित किये जाने की भी बात कही गई है। उन्होंने अस्थायी मंच बनाने के लिए पुलिस से अनुमति मांगी है।
शनिवार को अपना विरोध दर्ज कराते हुए डब्ल्यूबीजेपीडी ने साल्ट लेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआई कार्यालय तक मार्च निकाला।
याद दिला दें कि कोलकाता में सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की ट्रेनी डॉक्टर 9 अगस्त को मृत पाई गई थी। इस हादसे के बाद देश भर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे।