पेरिस। पुर्तगाल ने मेजबान फ्रांस को 1-0 से हराकर यूरो कप पर कब्जा कर लिया। एडर ने एक्स्ट्रा टाइम के दूसरे हाफ में खिताबी गोल किया। 1921 से इंटरनेशनल फुटबॉल खेल रहे पुर्तगाल का यह पहला बड़ा खिताब है। इसी के साथ 56 साल में पहली बार फ्रांस को मेजर टूर्नामेंट में अपनी जमीन पर हार मिली है। इससे पहले पुर्तगाल का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2004 यूरो कप के फाइनल में पहुंचना रहा था। इस बार पुर्तगाल टीम लगातार 14 मैचों से हारी नहीं है।
पुर्तगाल की टीम ने इस टूर्नामेंट के लिये खेले गये अपने 7 मैच में 9 गोल किए।- खिताब जीतने पर पुर्तगाल को 189 करोड़ रुपए मिले। उपविजेता फ्रांस को 174 करोड़ रुपए दिये गये हैं। इससे पहले फाइनल के लिये दोनों ही टीमों ने शुरुआत में काफी रफ-टफ मैच खेला। दोनों टीमें विरोधी स्टार खिलाड़ी को घेरने की कोशिश कर रही थीं।
मेजबान फ्रांस ने जहां पुर्तगाल के स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो को निशाना बनाया। वहीं पुर्तगाल ने फ्रांस के एटोनी ग्रिजमैन को घेरने की हर संभव कोशिश की। इसी कोशिश में रोनाल्डो पहले ही हाफ में घायल भी हो गये। 25वें मिनट में उन्हें स्ट्रेचर पर बाहर ले जाया गया जिसके बाद वो वापस मैदान में नहीं आये। रोनाल्डो ने सेमीफाइनल में शानदार गोल करते हुए अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाया था। उस मैच में वेल्स के खिलाफ पहला गोल रोनाल्डो के बूट से ही आया था। जबकि दूसरे गोल में भी क्रास देने में उनका बड़ा रोल था।
ये मैच यूरो कप के 56 साल के इतिहास में पहला फाइनल था जिसमें 90 मिनट में गोल नहीं हुआ। फ्रांस पांचवीं बार किसी मेजर टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा जिसमें से वह तीन बार जीता और दो बार हारा। पुर्तगाली कप्तान रोनाल्डो यूरो कप में सर्वाधिक गोल का रिकॉर्ड तोड़ नहीं सके। वे फ्रांस के प्लाटिनी (9 गोल) के साथ बराबरी पर रह गए।