स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रदेश की राजधानी में एक सुविधाओं का इज़ाफ़ा रोगियों को राहत दे सकेगा। डाक्टर राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के मरीजों के लिए एक हजार बेड वाले अस्पताल को खोलने की योजना है। इसका काम दिसंबर से शुरू किये जाने की उम्मीद है।
करीब 1000 बेड वाले इस अस्पताल का निर्माण शहीद पथ पर 20 एकड़ जमीन पर किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 750 करोड़ रुपये बताई जा रही है, जिसमे बहुमंजिला इमारत वाले अस्पताल का निर्माण किया जाएगा।
मरीज़ो को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं में यहाँ जनरल क्लीनिक के अलावा नेत्र, ईएनटी, स्किन, मानसिक, हीमैटोलॉजी, जनरल सर्जरी, जेनेटिक्स सहित अन्य विभागों का भी संचालन किया जाएगा।
लोहिया संस्थान में स्ववित्तपोषित प्रणाली पर पीएचडी की भी सुविधा होगी। संस्थान में बोन बैंक और स्किल इनोवेशन एवं सिमुलेशन सेंटर की स्थापना की मंजूरी दी गई है।
यह फैसला संस्थान की शासी निकाय की 40वीं बैठक में लिया गया। इसके अलावा भी कई अन्य प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। इसमें छात्र-छात्राओं के प्रशिक्षण के लिए 100 करोड़ रुपये की लागत से टीचिंग ब्लॉक बनाने का भी अनुमोदन पास हुआ हुआ है।
लोहिया संस्थान में स्ववित्तपोषित प्रणाली पर पीएचडी की भी सुविधा होगी। इसके लिए प्रवेश परीक्षा तथा साक्षात्कार में चयनित छात्र प्रवेश ले सकते हैं। इसके अलावा 11 पीडीसीसी एवं तीन पीडीएफ पाठ्यक्रमों को मंजूरी दी गई है।
संस्थान में बोन बैंक और स्किल इनोवेशन एवं सिमुलेशन सेंटर की स्थापना की मंजूरी दी गई है। साथ ही क्लीनिकल रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए तीन वर्षों के लिए नैतिक समिति के समक्ष जमा कराई जा रही सबमिशन फीस की छूट को अनुमोदन दिया गया।
जानकारी के मुताबिक़, नई पेंशन योजना वाले नियमित कर्मचारियों के प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजने की मंजूरी के साथ संस्थान में कार्यरत गैर-शैक्षणिक विशेषज्ञों के मानदेय में बढ़ोतरी भी होगी। इस साल दिसंबर से अस्पताल का काम शुरू किए जाने की उम्मीद है।
शासी निकाय की इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा सहित चिकित्सा शिक्षा विभाग की महानिदेशक किंजल सिंह, लोहिया के निदेशक डॉक्टर सीएम सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉक्टर संजीव मिश्र, स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉक्टर ब्रजेश राठौर, समीर वर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।