संयुक्त राष्ट्र की ब्लैकलिस्ट में इज़राइल और हमास को शामिल किया गया है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट जून के अंत तक प्रकाशित की जाएगी। गाजा में बच्चों के साथ किए जाने वाले अपराध पर संयुक्त राष्ट्र ने इजरायल और हमास के खिलाफ यह कदम उठाने का फैसला किया है।
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के अनुसार, गाजा में बच्चों के खिलाफ गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन के लिए इज़राइल को ब्लैकलिस्ट किया गया है।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने बच्चों के खिलाफ हुए अपराध की सजा देने के लिए यह कदम उठाया है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट जून के अंत तक प्रकाशित की जाएगी।
गाजा में बच्चों की हत्या के लिए संयुक्त राष्ट्र ने इजरायल के साथ हमास को भी जिम्मेदार माना है। ऐसे में इजरायल और हमास दोनों को ही ब्लैक लिस्ट में डालने का फैसला लिया गया है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने बच्चों के खिलाफ हुए अपराध की सजा देने के लिए यह कदम उठाया है।
अरब मीडिया के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र की ब्लैकलिस्ट में रूस, अफगानिस्तान, सोमालिया, सीरिया, यमन, आईएसआईएस और बोको हराम भी शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट जून के अंत तक प्रकाशित की जाएगी।
उधर, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार अधिकारी फ्रांसेस्का अल्बनीस ने इजराइल को संयुक्त राष्ट्र की काली सूची में शामिल किए जाने का स्वागत किया है।
संयुक्त राष्ट्र के कब्जे वाले फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों में मौजूद विशेष दूत
फ्रांसेस्का अल्बनीस का कहना है कि गाजा में इजरायली हमलों में 15,000 फिलिस्तीनी बच्चे मारे गए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि गाजा में पांच में से कम से कम चार बच्चे 72 घंटों में से पूरे दिन बिना भोजन के रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने संवाददाताओं से कहा कि महासचिव गुटरेस के कार्यालय के प्रमुख कोर्टेने रैट्रे ने संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत गिलाद एर्डन को फोन कर शुक्रवार को जानकारी दी कि अगले सप्ताह जब परिषद को रिपोर्ट भेजी जाएगी तो इजरायल को सूची में सम्मिलित किया जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र के इस फैसले के खिलाफ नाराजगी जताने के साथ एक वीडियो इजरायल ने समाचार संगठनों को भेजा है। इस वीडियो में एर्डन कथित तौर पर रैट्रे से बात करते हुए उन्हें डांटते नज़र आ रहे हैं।