तुर्की के स्थानीय चुनाव में राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन और उनकी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। एर्दोआन की पार्टी एक बार फिर इस्तांबुल में मेयर का चुनाव जीतने में नाकाम रही है, जो एर्दोआन के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया था।
तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोआन के विरोधियों में जश्न का माहौल है। एक बार फिर इकरम इमामोग्लू इस्तांबुल के मेयर चुने गए हैं। इमामोग्लू 2019 के बाद फिर से राष्ट्रपति एर्दोआन की पार्टी के उम्मीदवार को हराने में सफल हुए हैं।
इकरम इमामोग्लू की जीत के बाद रविवार को हजारों लोगों ने मशालें जलाकर और तुर्की के झंडे लहराकर शहर की सड़कों पर जश्न मनाया।
एर्दोआन 2014 से तुर्की के राष्ट्रपति हैं। मई 2023 में हुए आम चुनाव में वह दूसरी बार चुनाव जीते थे और उसके बाद अपने भाषण में उन्होंने इस्तांबुल का ही जिक्र किया था।
अंकारा में मौजूदा विपक्षी मेयर मंसूर यावश की जीत का जश्न मनाने के लिए हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं। अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए एर्दोआन ने कहा था कि अब हमारे सामने 2024 है। क्या आप 2024 के स्थानीय चुनावों में इस्कुदार और इस्तांबुल जीतने के लिए तैयार हैं? बताते चलें कि इस्कुदार, इस्तांबुल का ही एक जिला है और यहीं एर्दोआन का निवास भी है।
JUST IN- Erdogan's Party Gets Trounced by Opposition in Local Elections; Massive Blow to Turkish President📍Istanbul, Turkey |
Turkey's main opposition party, the Republican People's Party (CHP), celebrated victories tonight in the key cities of Istanbul and Ankara, dealing a… pic.twitter.com/n1vesFBzRr
— Vigilant News (@VigilantNews) April 1, 2024
देश में वर्ष 2019 का स्थानीय चुनाव भी एर्दोआन के लिए निराशाजनक रहा था। उनकी जस्टिस ऐंड डेवलपमेंट पार्टी (एकेपी) देश के तीन सबसे बड़े शहरों- इस्तांबुल, अंकारा और इजमीर में चुनाव हार गई थी।
गौरतलब है कि इस्तांबुल देश की राजनीति में ख़ास जगह रखता है। यहाँ की आबादी करीब डेढ़ करोड़ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, विश्लेषक सत्ताधारी पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए बढ़ती महंगाई को मुख्य वजह बता रहे हैं।