देवरिया (यूपी)। राहुल गांधी ने मंगलवार को यूपी के रुद्रपुर से किसान यात्रा शुरू की। उनकी पहली ही सभा के बाद अजीब नजारा देखने को मिला। दरअसल राहुल की सभा के लिए अकेले रुद्रपुर के लिए दिल्ली से 2 हजार खाटें मंगवाई गई थीं। स्पीच खत्म करने के बाद राहुल के रवाना होते ही खाट लूटने के लिए अफरातफरी मच गई। कोई सिर पर खाट लेकर भागा तो कोई उसके पाए तोड़कर ले गया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की देवरिया के रुद्रपुर में खाट सभा के बाद खाट की लूट मच गई। यहां पर गांव के लोग खाट उठाकर अपने-अपने घर जाने लगे जबकि कांग्रेस के कार्यकर्ता खाटों को ट्रक में लदवाने के बाद आगे की सभा की तैयारी में लगे थे। इसी दौरान गांव के लोग उस खाट को भी उठाकर भाग गए, जिसपर राहुल गांधी बैठे थे।
देवरिया के रुद्रपुर के सतासी इंटर कालेज में आज दिन में करीब पौने दो बजे खाट सभा के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के जाने के बाद ही खाट लूटने की होड़ मच गई।
इस सभा में आए किसानों के साथ अन्य लोग भी मैदान में पड़ी सभी खाट को अपने कब्जे में लेने में जुट गए। खाट लेने के लिए कई लोग आपस में झगड़ भी पड़े। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की किसान महायात्रा का पहला दिन कई तरह के अनुभवों से गुजरा। पचलड़ी गांव में उन्होंने पांच किसानों के घरों में जाकर किसान यात्रा की शुरुआत की, लेकिन प्रचार के अनुरूप वह दलित बस्ती में नहीं पहुंच सके। इस कारण दलित बस्ती की महिलाओं ने नाराजगी जताई।
वहां से राहुल रुद्रपुर के सतासी इंटर कालेज के मैदान पर आयोजित खाट सभा में पहुंचे, जहां उन्हें सुनने के साथ भीड़ में खटिया लूटने की होड़ मच गई। सभा में किसानों के बैठने के लिए कानपुर से लगभग दो हजार खाटें मंगाई गई थी, लेकिन अधिकतर खटिया में बांस के पाटी लगी थी। बुनावट में काफी कमजोर थीं। खाट के नाम पर टेंट हाउस की सैकड़ों फोल्डिंग चारपाई भी बिछा दी गई थी। सभा में किसानों से अधिक कांग्रेसियों की भीड़ थी, जो पहले से खाट पर कब्जा जमाए बैठे थे।
आगे बिछाई गई कुछ खाटों पर ही चुनिंदा किसानों को बैठाया गया था, जबकि बीच से लेकर पीछे तक की खाटों पर भीड़ का कब्जा था। कुछ लोग पीछे की खाटों पर बैठे थे तो काफी लोग उस पर खड़े भी हो गए। इस कारण दर्जनों खटिया भीड़ के दबाव में टूट गई। संचालक राजेश मिश्र बार बार लोगों से बैठने का अनुरोध कर रहे थे, लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ। सभा में आए काफी लोग राहुल को सुनने के साथ घटिया के जुगाड़ में जुटे थे। खाट सभा में राहुल गांधी लगभग 55 मिनट तक रहे। उन्होंने लोगों को संबोधित किया और बताने की कोशिश की कि किसानों की समस्याओं की ओर सरकार का ध्यान खींचने के लिए ही वह किसान महायात्रा पर निकले हैं।
जैसे ही राहुल संबोधन खत्म कर मंच से उतरने लगे तो खटिया लूटने की होड़ मच गई। देखते-देखते अधिकतर खटिया उठाकर लोग लेते गए। आलम यह था कि कई लोग खटिया लूटने के लिए आपस में लड़ बैठे। कई लोगों ने तो दो से तीन खटिया अपने सिर पर उठा लिया और लेकर जाने लगे। लगभग पंद्रह सौ खटिया लोग घर लेकर चले गए। एक तरह से खाट को गरीबी का प्रतीक बनाकर किसानों से जुडऩे निकले राहुल गांधी की खटिया ही लोगों ने लूट ली।
‘खाट पर चर्चा’ सभा के बाद ग्रामीणों ने लकड़ी की बनी करीब 2000 खाट, 40-50 किलो लड्डू व नाश्ते का सामान और मिनरल वाटर की बोतल लूट ली। इसके दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ता भी इनसे भिडऩे में लगे रहे। कार्यकर्ताओं को आगे के कार्यक्रम के लिए भी खाट लेकर जाना था। गांव के लोगों ने खाट के लिए उनके काफी देर तक झगड़ा भी किया।
नाराज दिखे गुलाम नबी आजाद
रुद्रपुर की खाट सभा में अव्यवस्था देखकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी गुलाम नबी आजाद खासे नाराज दिखे। उन्होंने कई पदाधिकारियों से इस बारे में अपनी नाराजगी व्यक्त की।
उन्हें इस बात का भी मलाल था कि खाट सभा में खाट पर किसानों की बजाय कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ बैठ गई थी।
लड्डू व पानी की बोतलें भी लूटने की मची होड़
रुद्रपुर की खाट सभा में आमंत्रित किसानों में वितरित करने के लिए 40 किग्रा लड्डू और पीने के लिए सौ गत्तों में पानी की बोतले मंगाई गई थीं। राहुल के जाते ही भीड़ में लड्डू और बोतले कब्जाने की होड़ लगी गई। कई लोगों ने तो ऐसे लड्डू निकाले जैसे लूटने आए हों।