झारखंड की सियासी उठापटक के बीच चंपई सोरेन ने 43 विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र राज्यपाल को देते हुए सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
बुधवार की रात ईडी द्वारा हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद एक दिन से अधिक चली सियासी चकल्लस के बाद आखिरकार झारखंड में नई सरकार को लेकर तस्वीर साफ़ हो गई है।
झारखंड टाइगर के नाम से लोकप्रिय झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन के नेता चंपई सोरेन को झारखंड के राज्यपाल ने राज्य का नया मुख्यमंत्री नियुक्त किया है। आज वह शपथ ले रहे हैं।
कौन हैं 'झारखंड टाइगर' चंपई सोरेन? जो आज बनेंगे CM, ये दो मंत्री भी लेंगे शपथ#HemantSoren https://t.co/UuCh0VPWqD
— Navjivan (@navjivanindia) February 2, 2024
गुरुवार को देर रात राजभवन बुलाकर उन्हें मनोनयन पत्र सौंपा गया। उनके साथ दो अन्य मंत्रियों के रूप में कांग्रेस के आलमगीर आलम और राजद के सत्यानंद भोक्ता के भी शपथ लेने की उम्मीद है।
नए मुख्यमंत्री को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए राज्यपाल ने दस दिनों को समय दिया है। हेमंत सोरेन द्वारा बुधवार की रात करीब साढ़े आठ बजे सीएम पद से इस्तीफा दिये जाने के तुरंत बाद चंपई सोरेन ने 43 विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र राज्यपाल को सौंपकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। उनका कहना था कि कुल 47 विधायकों का समर्थन उन्हें हासिल है।
राज्यपाल की तरफ से इस मामले में विलंब होने पर गुरुवार को चंपई सोरेन ने शाम साढ़े पांच बजे राज्यपाल से मुलाकात करते हुए उनसे एक बार फिर सरकार बनाने का दावा पेश किया। साथ ही उन्होंने अनुरोध किया कि उन्हें सीएम पद की शपथ दिलाई जाए। राजभवन से देर रात चंपई सोरन का बुलावा आया और उन्हें सीएम के तौर पर मनोनयन का पत्र सौंपा गया।
68 वर्षीय चंपई सोरेन हेमंत सोरेन की सरकार में परिवहन मंत्री थे। कोल्हान प्रमंडल के सरायकेला विधानसभा क्षेत्र के विधायक चंपई सोरेन को हेमंत सोरेन का सबसे विश्वस्त नेता माना जाता है। इसके अलावा चंपई सोरेन झामुमो के सुप्रीमो शिबू सोरेन के अनन्य सहयोगी रहे हैं।