कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार 22 दिसंबर को राज्य के स्कूल-कॉलेज में हिजाब पहनने पर लगा प्रतिबंध हटाने का ऐलान किया है। प्रदेश सरकार ने निजी आजादी और पसंद के अधिकार का हवाला देते हुए यह फैसला किया।
अधिकारियों को प्रतिबंध आदेश वापस लेने का निर्देश देते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि महिलाएं हिजाब पहन सकती हैं और कॉलेजों में जा सकती हैं। आगे उन्होंने कहा कि पोशाक और भोजन का विकल्प व्यक्तिगत है। जो चाहो वो पहनो। जो चाहो वो खाओ। साथ ही उन्होंने वोट के लिए राजनीति नहीं करने की भी बात कही।
#HijabBan: कर्नाटक सरकार ने हिजाब पहनने पर लगी पाबंदी को वापस लेने का ऐलान किया है। सीएम सिद्धरमैया ने कहा कि राज्य में हिजाब पर कोई पाबंदी नहीं है। @BJP4India @siddaramaiah @INCKarnataka https://t.co/g0HKD9Bbuu#Karnataka #Siddaramaiah #Congress #BJP #Hijab #moneycontrol pic.twitter.com/1WQKJkjiN5
— Moneycontrol Hindi (@MoneycontrolH) December 23, 2023
बताते चलें कि कर्नाटक के उडुपी जिले के एक कॉलेज में दो वर्ष पूर्व 31 दिसंबर 2021 को 6 मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनने से रोक दिया गया था। इस प्रतिबंध के बाद ये छात्राएं धरने पर बैठ गईं। जल्दी ही राजनीती की ज़द में आकर ये विवाद राज्य के बाकी हिस्सों में भी फैल गया। परिणाम स्वरुप हिंदू संगठनों से जुड़े छात्रों ने भगवा शॉल पहनकर कॉलेज आना शुरू कर दिया।
मामला तूल पकड़ने पर होने वाली हिंसा के बाद राज्य सरकार ने फरवरी 2022 में स्कूल-कॉलेजों में सभी तरह के धार्मिक पहचान वाले कपड़े पहनने पर रोक लगा दी थी। इस आदेश में कहा गया कि कोई भी पहनावा जो समानता, अखंडता और सार्वजनिक कानून व्यवस्था के लिए समस्या बनेगा, उसे पहनने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस आदेश के बाद से काफी बवाल भी हुआ था।
कर्नाटक सरकार के फैसले को कुछ लोगों द्वारा हाईकोर्ट में चुनौती दिए जाने के बाद 15 मार्च 2022 को कर्नाटक हाईकोर्ट ने कॉलेज यूनिफॉर्म को जरूरी बताया था।