काठमांडो। नेपाल ने गुरुवार को दीप कुमार उपाध्याय को भारत में अपना दूत नियुक्त किया। करीब चार महीने पहले उन्हें सरकार से असहयोग करने और सरकार विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में बुला लिया गया था। नेपाली मीडिया की खबर है कि यहां सिंह दरबार में नए प्रधानमंत्री प्रचंड के कार्यालय में आज उनकी अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में उपाध्याय को भारत के लिए राजदूत और मुख्य सचिव लीला मणि पौडेल को चीन के लिए नामित किया गया।
अप्रैल, 2015 से भारत में नेपाल के राजदूत के रूप में काम कर रहे उपाध्याय को केपी शर्मा आेली के नेतृत्व वाली पिछली सरकार ने छह मई को अचानक वापस बुला लिया था। पिछले महीने प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद प्रचंड की होने वाली पहली भारत यात्रा के एक पखवाड़े से भी पहले उपाध्याय को नामित किया गया है। ओली की अगुवाई वाली सरकार ने उपाध्याय को वापस बुलाने के अपने फैसले को सही ठहराने के लिए उनके खिलाफ तीन आरोप लगाए थे। अधिकारियों ने कहा था कि वह राष्ट्रहित के विरुद्ध काम कर रहे हैं।