कैलिफ़ोर्निया:टेक्नोलॉजी कम्पनी गूगल ने आखिरकार अपना अपना प्राइवेसी सैंडबॉक्स पेश करने का संकेत दिया है।
गूगल की ओर से इस सुविधा की जानकारी पहली बार अगस्त 2019 में दी गई थी जिसका मक़सद थर्ड पार्टी ब्राउज़र कुकीज़ को बदलना था।
गूगल के इस फीचर का यूजर्स पिछले चार साल से इंतजार कर रहे हैं, जबकि इस दौरान कंपनी की तरफ से इस सम्बन्ध में कोई अपडेट नहीं दिया गया था।
एक हालिया ब्लॉग पोस्ट में क्रोम 115 के लॉन्च पर गूगल की अपेक्षित सुविधाओं के बारे में विस्तार से बताया गया है।
डेवलपर रिलेशन इंजीनियर एड्रियाना जारा के अनुसार 18 जुलाई को लॉन्च होने वाला क्रोम 115, थर्ड पार्टी कुकीज़ और अन्य सिस्टम को सिलसिलेवार तरीके से समाप्त करके एक सीक्रेट सैंडबॉक्स पेश करेगा। ये सिस्टम यूज़र ब्राउज़िंग रुझान और रुचि की सामग्री को ट्रैक करते हैं। क्रोम इसके बजाय विषय एपीआई का उपयोग करेगा।
By @JCalNEO – The latest stable version of Google's Chrome web browser is now available, and starting the week of July 24, it will begin enabling the Privacy Sandbox APIs for a percentage of those browsers. #Chrome115 #PrivacySandbox https://t.co/VxrOnjfYCy
— NeowinFeed (@NeowinFeed) July 20, 2023
विषय एपीआई क्रोम को विज्ञापनदाताओं जैसे थर्ड पार्टी के साथ यूज़र की जानकारी साझा करने की अनुमति देता है, साथ ही इसके लिए प्राइवेसी का भी ख्याल रखा जाता है।
एड्रियाना जारा ने एक लेख में लिखा है कि टॉपिक्स विज्ञापन प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म के पास सर्वोत्तम विज्ञापन चुनने में मदद करने के लिए एक सुराग है। थर्ड कुकीज़ के विपरीत, हेडर जानकारी अतिरिक्त उपयोगकर्ता जानकारी प्रकट किए बिना साझा की जाती है।