प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना कर रही स्पाइसजेट एयरलाइन के लिए राहत भरी खबर है। विमानन नियामक डीजीसीए ने इस एयरलाइन को अपनी बढ़ी हुई निगरानी व्यवस्था से हटा दिया है।
स्पाइसजेट एयरलाइन रखरखाव में मिलने वाली कमियों के कारण बीते एक वर्ष से डीजीसीए की निगरानी में थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ पिछले वर्ष मानसून के दौरान होने वाली घटनाओं के तहत ये फैसला लिया गया था।
ख़बरों के अनुसार पूरे देश में 11 स्थानों पर बोइंग 737 और बॉम्बार्डियर डीएचसी क्यू-400 विमानों के बेड़े की 51 जांच की गईं। इस बीच कुल 23 विमानों का निरीक्षण किया गया। जिसपर डीजीसीए दलों की ओर से 95 टिप्पणियां प्राप्त हुईं।
डीजीसीए ने अपर्याप्त रखरखाव तथा बीते वर्ष मानसून के दौरान हुई घटनाओं के बाद स्पाइसजेट को बढ़ी हुई निगरानी में रखा गया था।
Spicejet: स्पाइसजेट को विमानन नियामक डीजीसीए से मिली बड़ी राहत, बढ़ी हुई निगरानी व्यवस्था हटाई गई#SpiceJet #DGCA #DirectorateGeneralofCivilAviation #Surveillance #EmergencyLandinghttps://t.co/VCaMFBvt6B
— Amar Ujala (@AmarUjalaNews) July 25, 2023
पड़ताल के बात हुई रिपोर्टिं के आधार पर जो तथ्य सामने आये हैं उनके मुताबिक़ नतीजे सामान्य प्रकृति के रहे ऐसे में डीजीसीए दिशानिर्देशों के मुताबिक़ एयरलाइन ने टिप्पणियों पर उचित कार्रवाई की। परिणामस्वरूप स्पाइसजेट को डीजीसीए की बढ़ी हुई निगरानी व्यवस्था से हटा दिया गया।
हालाँकि इससे पूर्व स्पाइसजेट ने इस तरह की किसी भी निगरानी के बारे में पूछे जाने पर इनकार किया था।