दो दिन पहले जंतर मंतर से हटाए गए प्रदर्शनकारी पहलवानों की तरफ से बड़ी जानकारी सामने आई है। ये पहलवान आज शाम अपने मेडल गंगा में बहा देंने की बात कह रहे हैं।
सोशल मीडिया पर बयान जारी करते हुए बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने जानकारी दी है। आगे उन्होंने बताया है कि हरिद्वार में मेडल बहाने के बाद पहलवान इंडिया गेट पर आमरण अनशन भी करेंगे।
https://twitter.com/SakshiMalik/status/1663440317696155648
धरना दे रहे पहलवान 28 मई को जंतर-मंतर से नए संसद भवन तक मार्च निकालने की तैओयरी कर रहे थे। इसी दिन नई संसद का उद्घाटन होना था और दिल्ली पुलिस ने मार्च की इजाजत नहीं दी। साथ ही जब नए संसद भवन से तीन किलोमीटर दूर स्थित जंतर-मंतर से इन पहलवानों ने मार्च शुरू किया तो पुलिस ने उन्हें जबरन रोका। इस प्रयास में धक्का-मुक्की और खींचा तानी हुई। भारी पुलिस बल के आगे बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक सहित कई पहलवानों को हिरासत में ले लिया गया।
सोशल मीडिया पर पहलवानों की तरफ से दी गई जानकारी में कहा गया है कि- ‘मेडल उनकी जान है और उनके बहाए जाने के बाद वो इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे।’
अपनी पोस्ट के माध्यम से पहलवानों ने दिल्ली स्थित इंडिया गेट पर आमरण अनशन शुरू करने की भी बात कही है। पोस्ट में पहलवानों ने लिखा है- ‘मेडल हमारी जान हैं, हमारी आत्मा हैं। इनके गंगा में बह जाने के बाद हमारे जीने का भी कोई मतलब रह नहीं जाएगा। इसलिए हम इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे। इंडिया गेट हमारे उन शहीदों की जगह है जिन्होंने देश के लिए अपनी देह त्याग दी। हम उनके जितने पवित्र तो नहीं हैं, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलते समय हमारी भावना भी उन सैनिकों जैसी ही थी।’
पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक सहित इनके कई साथी 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे थे। इन खिलाडियों का आरोप है कि भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कुछ अन्य लोगों पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न, अभद्रता, क्षेत्रवाद जैसे गंभीर आरोप के चलते बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार किया जाए।