आजकल चिट्ठियों का दौर है। दिल्ली के बजट को लेकर दिल्ली सरकार इस बार केंद्र सरकार के सामने है। आज दिल्ली का बजट पेश होना था मगर केंद्र सरकार ने इस पर रोक लगा दी। इसपर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि इस बजट को मत रोकिए। गृह मंत्रालय का कहना है कि दिल्ली सरकार का बजट रोका नहीं है, बल्कि कुछ स्पष्टीकरण मांगा गया है।
चिट्ठी में अरविंद केजरीवाल ने लिखा है कि दिल्ली वाले आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहे हैं कि हमारा बजट पास कर दीजिए। चिट्ठी में केजरीवाल ने लिखा है- ‘आप हम दिल्ली वालों से क्यों नाराज हैं? देश के 75 साल के इतिहास में पहली बार किसी राज्य का बजट रोका गया हैं।’
दिल्ली बजट के रोके जाने पर आम आदमी पार्टी का दावा है कि गृह मंत्रालय ने बजट की प्रस्तुति पर रोक लगाई है। गृह मंत्रालय इस आरोपों को खारिज कर रहा है और उसका कहना है कि बजट पर दिल्ली सरकार से सफाई मांगी गई है।
गृह मंत्रालय के अनुसार बजट में इन्फ्रास्ट्रक्चर से रकम ज्यादा विज्ञापन के लिए आवंटित की गई है लेकिन इसपर दिल्ली सरकार ने अपनी सफाई में कहा है कि इस साल के बजट में विज्ञापन पर खर्च नहीं बढ़ाया गया है।
"आप दिल्लीवालों से क्यों नाराज हैं, प्लीज दिल्ली बजट मत रोकिए!": अरविंद केजरीवाल ने PM मोदी को लिखी चिट्ठी#ArvindKejriwal #PMModihttps://t.co/3t7CE52Mcw
— NDTV India (@ndtvindia) March 21, 2023
दिल्ली के वित्त मंत्री कैलाश गहलोत का कहना है कि विज्ञापन बजट में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। स्पष्टीकरण वाले आरोपों पर केजरीवाल सरकार का कहना है कि गृह मंत्रालय गलतबयानी कर रहा है। सफाई में उन्होंने कहा कि दिल्ली का कुल बजट 78,800 करोड़ रुपये है। इसमें से 22,000 करोड़ रुपये बुनियादी ढांचे के लिए हैं, जबकि केवल 550 करोड़ रुपये विज्ञापन पर खर्च किए जाएंगे। पिछले साल भी विज्ञापन के लिए बजट इतना ही था।