उत्तर प्रदेश में इस समय एक लाख बिजली कर्मचारी हड़ताल पर है। इस हड़ताल से पड़ने वाले असर के रुझान भी आने लगे हैं। हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को चेतावनी दी गई है।
बिजली कर्मचारियों के 16 मार्च से 72 घंटे की सांकेतिक हड़ताल पर है और इनका कहना है कि 72 घंटों के भीतर इनकी मांगे न पूरी किये जाने की दशा में ये कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जायेंगे और जेल भरो आंदोलन भी करेंगे।
प्रदेश में बिजली विभाग के कर्मचारी अपनी कई मांगों को लेकर 72 घंटे की हड़ताल पर हैं। वहीं ऊर्जा मंंत्री एके शर्मा ने हड़ताल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है। वीडियो में जानें आखिर कर्मचारी हड़ताल क्यों कर रहे हैं।#UttarPradesh #UPTakUtsav pic.twitter.com/3A4pw6Svni
— UP Tak (@UPTakOfficial) March 18, 2023
विद्युत कर्मचारियों की इस हड़ताल पर ऊर्जा मंत्री ने सख्त क़दम उठाये हैं। पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने 19 हड़ताली संगठनों के पदाधिकारियों को हाईकोर्ट के आदेश की प्रति भेजते हुए तत्काल हड़ताल समाप्त करने और ड्यूटी पर लौटने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कई अभियंताओं के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज हुई है।
राजधानी लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ऊर्जा मंत्री ने कहा कि वर्तमान में कई बिजलीकर्मी हड़ताल कर रहे है। मैं जनता से इस समस्या के दौरान धैर्य और संयम बनाये रखने की अपील करता हूं। उन्होंने कहा गुरुवार रात कई जिलों में कई बिजली कर्मियों ने लाइनों को नुकसान पहुचाने की कोशिश की। ऐसे लोगो को आसमान-पाताल से खोजकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।