भूकंप की तबाही झेलने वाले तुर्की को भारत से राहत सामग्री की पहली खेप रवाना की जा चुकी है। भारत द्वारा राहत सामग्री भारतीय वायु सेना के विमान से भेजी है। जानकारी के मुताबिक़ तुर्की और सीरिया में भूकंप के कारण अब तक 4 हज़ार से अधिक लोगों की जान गई है। तुर्की में बीते दिन सिलसिलेवार 7.8, 7.6 और 6.0 तीव्रता के तीन भूकंप आए थे। इस आपदा में तुर्की में सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से की गई घोषणा के तुरंत बाद ही भारत की ओर से राहत सामग्री भेजी गई। इसके साथ विशेषज्ञ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल खोज और बचाव दल शामिल है। इस दल में पुरुष और महिला दोनों कर्मी, अत्यधिक कुशल डॉग स्क्वॉड, ड्रिलिंग उपकरण, चिकित्सकीय सुविधायें तथा अन्य महत्वपूर्ण उपकरण शामिल हैं।
बचाव और राहत कार्यों के लिए 100 सदस्यों की दो एनडीआरएफ टीम ट्रेंड डॉग और आवश्यक टूल के साथ भूकंप प्रभावित इलाके में तलाशी और बचाव अभियान के लिए भेजी गई है। इसके अलावा प्रशिक्षित चिकित्सकों और पैरा मेडिक की टीम भी ज़रूरी दवाओं के साथ रवाना की गई है।
विनाशकारी #Earthquake से आई तबाही से जूझ रहे #Turkey की मदद के लिए भारत ने हाथ बढ़ाते हुए राहत और बचाव के लिए #NDRF की दो टीम के साथ चिकित्सकों के दल को फौरन वहां रवाना करने का फैसला लिया है। #PMModi ने तुर्की में आई तबाही पर गहरा दुख व्यक्त किया है। https://t.co/5jzUiOOGPF
— Navjivan (@navjivanindia) February 6, 2023
तुर्की और सीरिया समेत समीपवर्ती देश कल आने वाले भूकंप से प्रभावित हुए थे। इस भूकंप का प्रभाव तुर्की सहित चार देशों में देखा गया। भूकंप के कारण यहाँ कई इमारतें धराशायी हो गईं। अभी भी सैकड़ों लोगों के मलबे के नीचे फंसे होने का अनुमान है। लापता और मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है। तुर्की में सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है।
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के मुताबिक तुर्की तथा सीरिया में अब तक 4300 लोगों के मारे जाने तथा 15 हज़ार से अधिक लोगों के घायल होने का अनुमान हैं।इस भूकंप में 10 शहरों में 1,700 से अधिक इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं हैं। दूसरी तरफ सीरिया में 1444 लोगों के मारे जाने तथा हजारों के घायल होने के आसार हैं।