भारत और ऑस्ट्रेलिया के मध्य एफटीए यानी अंतरिम मुक्त व्यापार समझौता आज से लागू हो जाएगा। ऑस्ट्रेलिया में अब भारत के छह हजार से ज्यादा उत्पादों के निर्यात पर कोई शुल्क नहीं लगेगा। एफटीए पर इसी वर्ष दोअप्रैल को हस्ताक्षर किए गए थे।
निर्यातकों और उद्योग क्षेत्र के जानकारों के अनुसार इस समझौते से अगले पांच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार के दोगुना होने की उम्मीद है। ऑस्ट्रेलियाई बाजार में बहुतायत से घरेलू सामान को शुल्क मुक्त पहुँचाने में सहायता मिलेगी। उम्मीद की जा रही है कि दोनों देशों के मध्य कारोबार बढ़कर 45-50 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकेगा।
इससे श्रम प्रधान क्षेत्रों में लाभ होगा, जिनमें कपड़ा और परिधान, कृषि और मछली उत्पाद, चमड़ा, जूते, फर्नीचर, खेल के सामान, आभूषण, मशीनरी और बिजली के सामान शामिल हैं।
आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता (ईसीटीए) ऑस्ट्रेलियाई बाजार में कपड़ा, चमड़ा, फर्नीचर, आभूषण और मशीनरी सहित छह हजार से ज्यादा क्षेत्रों के भारतीय निर्यातकों को शुल्क मुक्त पहुंच प्रदान करेगा। ईसीटीए पर 2 अप्रैल को हस्ताक्षर किए गए थे। इससे श्रम प्रधान क्षेत्रों में अत्यधिक लाभ होगा, जिनमें कपड़ा और परिधान, कृषि और मछली उत्पाद, चमड़ा, जूते, फर्नीचर, खेल के सामान, आभूषण, मशीनरी और बिजली के सामान शामिल हैं।
2021-22 में भारत द्वारा ऑस्ट्रेलिया को 8.3 अरब डॉलर का निर्यात किया गया है। ऑस्ट्रेलिया पहले दिन से ही एफटीए के तहत कीमतों के लिहाज से तकरीबन 96.4 फीसदी निर्यात शून्य-शुल्क पहुंच की पेशकश कर रहा है। इसमें कई उत्पादों पर ऑस्ट्रेलिया अभी पांच फीसदी तक सीमा शुल्क लगाता है।