लखनऊ: लखनऊ के डीजीपी मुख्यालय को सोशल मीडिया सेंटर को को मिलने वाले एक मैसेज अलर्ट ने एक युवक की जान बचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लखनऊ के एक एनईईटी उम्मीदवार ने जहर खाकर खुदकुशी करने की जानकारी दी सोशल मीडिया पर दी। इस जानकारी से पुलिस को घटनास्थल तक पहुंचने और उसकी जान बचाने में सहयोग मिला।
उत्तर प्रदेश पुलिस और सोशल नेटवर्किंग साइट के मध्य रीयल-टाइम अलर्ट और आत्महत्या के मामलों की जांच के तहत इस मामले को तुरंत संज्ञान में लिया गया और उचित करवाई की गई।
ऐसा व्यक्ति जो आत्महत्या करने के इरादे से सोशल मीडिया पर स्टोरी पोस्ट करता है तो ऐसे में संबंधित साइट पुलिस नियंत्रण कक्ष को अलर्ट मिल जाता है और तुरंत सहायता प्रदान करने की व्यवस्था है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब भी कोई आत्महत्या के बारे में संदेश पोस्ट करता है तो फेसबुक यूपी पुलिस को अलर्ट भेजता है। इस सुविधा के तहत सभी पुलिसकर्मियों को आत्महत्या से संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट पोस्ट पर एक्शन लेते हुए जान बचाने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए विभाग की फेसबुक के साथ साझेदारी है।
इस मामले में पुलिस ने व्यक्ति को बचाया और आत्महत्या करने वाले व्यक्ति ने स्वीकार किया कि उसने गलती की है और भविष्य में ऐसा नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस ने अलर्ट का संज्ञान लेकर पहले भी कई लोगों की जान बचाई है। प्रयागराज पुलिस ने हाल ही में एक शख्स की जान बचाई थी जिसने फेसबुक पर पोस्ट के माध्यम से सूचना दी थी कि वह अपनी जिंदगी खत्म करने वाला है।