राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव होने की संभावना जताई है। उनका अनुमान है कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार अगले छह महीनों में गिर सकती है। यह बयान उन्होंने रविवार की शाम को एनसीपी विधायकों और पार्टी के अन्य नेताओं को संबोधित करते हुए दिया।
शरद पवार का कयास है कि मंत्री पद के बंटवारे के साथ ही विधायकों में टूट का माहौल बनेगा इसके अलावा शिंदे का समर्थन कर रहे कई बागी विधायक मौजूदा व्यवस्था से खुश नहीं हैं। पवार के मुताबिक़ एक बार मंत्री विभागों का बंटवारा हो जाने के बाद उनकी अशांति सामने आएगी और परिणामस्वरूप सरकार गिर जाएगी।
शिंदे सरकार अगले 6 महीने में गिर सकती है, मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार रहें : शरद पवार
◆शिंदे का समर्थन कर रहे कई बागी विधायक मौजूदा व्यवस्था से खुश नहीं हैं।
◆मंत्रियों को विभागों का बंटवारा होने के बाद उनका असंतोष सामने आएगा, जिससे ये सरकार गिर जाएगी' pic.twitter.com/dABXVUBPx2
— News24 (@news24tvchannel) July 4, 2022
पवार ने ये उम्मीद भी जताई है कि इस प्रयोग की विफलता के कारण कई बागी विधायक अपनी मूल पार्टी में लौट आएंगे। उन्होंने कहा कि अगर हमारे हाथ में केवल छह महीने हैं, तो राकांपा विधायकों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में अधिक समय बिताना चाहिए।
एकनाथ शिंदे ने शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस सरकार के पतन के बाद गुरुवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम का पदभार संभाला है। शिंदे के नेतृत्व में करीब 40 शिवसेना विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी, जिसके परिणामस्वरूप बुधवार को उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई।
महाराष्ट्र की राजनीति का नतीजा आज फ्लोर टेस्ट के तौर पर होगा। फ्लोर टेस्ट को लेकर प्रदेश का हर प्रमुख राजनीतिक गुट अपने स्तर पर रणनीति तय करने में लगा हुआ है। फ्लोर टेस्ट से पहले सीएम एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के 39 विधायकों के साथ बैठक की। दूसरे खेमे में उद्धव ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी बैठक की है।