पणजी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर पंडित जवाहरलाल नेहरू चाहते, तो गोवा को 1947 में जब भारत को आजादी मिली उसके कुछ “घंटों के भीतर” मुक्त किया जा सकता था, लेकिन राज्य को पुर्तगाली शासन से मुक्त होने में 15 साल लग गए।
राज्य में 14 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। यहां मापुसा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस गोवा को अपना ‘दुश्मन’ मानती रही है और वही व्यवहार अब भी जारी है, जिसे पार्टी द्वारा राज्य पर लगातार थोपी गई राजनीतिक अस्थिरता के माध्यम से देखा जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लिए गोवा शब्द का एक अलग अर्थ है जिसमें ‘जी का मतलब शासन, ओ का मतलब अवसर और ए का मतलब आकांक्षा’ है।
राज्य में दूसरे कार्यकाल के लिये भारतीय जनता पार्टी वोट की मांग कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के लिए प्रचार करते हुए कहा- “कांग्रेस ने गोवा के युवाओं की राजनीतिक संस्कृति, आकांक्षाओं को कभी नहीं समझा। उनके मन में हमेशा गोवा के प्रति शत्रुता की भावना रही है।”
PM Modi took a swipe at former Prime Minister Jawaharlal Nehru for ‘failing’ to liberate #Goa soon after India achieved independence from the British #GoaElections2022 https://t.co/4ilP2J6CT6
— Hindustan Times (@htTweets) February 11, 2022
अपनी बात में प्रधानमंत्री ने कहा कि कई ऐतिहासिक तथ्य हैं जिन्हें लोगों से छिपाकर रखा जाता है। उन्होंने आगे कहा- “दो-तीन दिन पहले मैंने संसद में बात की थी और देश को सच बताया था कि कैसे कांग्रेस ने गोवा के मुक्ति आंदोलन को तबाह कर दिया।” प्रधानमंत्री ने बात जारी रखते हुए बताया – “बहुत से लोग नहीं जानते कि गोवा भारत की आजादी के 15 साल बाद आजाद हुआ था। भारत के पास सेना के रूप में एक ताकत थी, एक मजबूत नौसेना थी। गोवा की मुक्ति कुछ घंटों में हो सकता था, लेकिन कांग्रेस ने 15 साल तक कुछ नहीं किया। 19 दिसंबर 1961 को मुक्त कराया गया। गोवा पहले केंद्र शासित प्रदेश गोवा, दमन और दीव का हिस्सा था। 30 मई 1987 को इसे अलग राज्य का दर्जा मिला।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने गोवा को तब “छोड़” दिया जब लोग इसकी मुक्ति के लिए संघर्ष कर रहे थे और सत्याग्रहियों को गोलियों का सामना करना पड़ रहा था। उन्होंने आगे कहा- “कांग्रेस सरकार उनके बचाव के लिये नहीं आई।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के पहले प्रधानमंत्री नेहरू ने लाल किले से अपने भाषण में विशेष रूप से कहा था कि वे गोवा को आजाद कराने के लिए सेना नहीं भेजेंगे। उन्होंने उसके लोगों को असहाय छोड़ दिया। उन्होंने कहा- “क्या गोवा के लिये यही तरीका है? गोवा के बारे में कांग्रेस के विचार पहले भी ऐसे थे और अब भी।” प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस, जो अब गोवा से वोट मांग रही है, ने तटीय राज्य को बार-बार अस्थिरता में धकेल दिया, जिसका इतिहास राजनीतिक अस्थिरता का रहा है। उन्होंने कहा, “आज लोगों के पास विकासोन्मुख भाजपा और अस्थिरता से ग्रस्त कांग्रेस पार्टी के बीच एक विकल्प चुनने का मौका है।”