ब्रिस्बेन 19 जनवरी :युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल (91), टीम इंडिया की दीवार चेतेश्वर पुजारा (56) और प्रतिभाशाली विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत (नाबाद 89) की करिश्माई बल्लेबाजी ने ब्रिस्बेन के गाबा मैदान में इतिहास रच दिया।
ऑस्ट्रेलिया के साथ चौथे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के पांचवें दिन तीन विकेट से हराकर पारी अपने नाम कर ली।
ब्रिस्बेन में भारत ने पहली बार टेस्ट जीत हासिल की और चार मैचों की सीरीज को 2-1 से जीत लिया। भारत को इस मुकाबले को जीतने के लिए 328 रन का लक्ष्य मिला था। भारत ने सुबह जब बिना कोई विकेट खोए चार रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाया तो किसी को उम्मीद नहीं थी कि भारत चौथी पारी में इतने मुश्किल लक्ष्य को हासिल कर लेगा। भारतीय बल्लेबाजों ने आखिर में करिश्मा कर दिखाया जिसका करोड़ों देशवासियों को इंतजार था। भारत ने 97 ओवर में सात विकेट पर 329 रन बनाकर ऐतिसाहिक जीत दर्ज की।
भारत की गाबा मैदान में सात टेस्ट मैचों में यह पहली जीत है। भारत ने इस मैदान पर अपने पिछले छह टेस्ट मैचों में पांच हारे थे और एक ड्रॉ खेला था। गाबा मैदान में भारत की ऐतिहासिक जीत के तीन बड़े हीरो रहे। शुभमन, पुजारा और पंत ने मैच के अंतिम दिन ऐसी बल्लेबाजी की जिसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
शुभमन ने 146 गेंदों में आठ चौकों और दो छक्कों की मदद से 91 रन की आक्रामक पारी खेली जिसने भारत को जीत का आधार दिया। पुजारा ने चट्टान की तरह एक छोर संभाल कर खेलते हुए 211 गेंदों में सात चौकों के सहारे 56 रन बनाए। पुजारा की इस पारी ने भी टीम इंडिया को मजबूती प्रदान की और पंत ने 138 गेंदों में नौ चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 89 रन बनाकर मुकाबले में भारत की जीत की मुहर लगा दी।
कप्तान अजिंक्या रहाणे ने 24, मयंक अग्रवाल ने नौ रन और वाशिंगटन सुंदर ने 29 गेंदों में दो चौकों और एक छक्के के सहारे 22 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया अपनी पूरी ताकत के साथ गेंदबाजी करने के बावजूद टीम इंडिया के हौंसलों को नहीं डगमगा पाया और भारत ने 2-1 की जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरा समाप्त किया। भारत ने इस दौरे में वनडे सीरीज 1-2 से गंवायी लेकिन फिर वापसी करते हुए टी-20 सीरीज 2-1 से और टेस्ट सीरीज 2-1 से जीत ली।