नई दिल्ली: महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे लगभग आ गए हैं । भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है हालांकि 2014 के मुकाबले उसे कम सीट मिली हैं । 2014 में भाजपा को 122 सीट मिली थी, इस बार 104 सीट से संतोष करना पड़ा। लेकिन शिवसेना और भाजपा मिलकर सरकार बना सकते है। सबसे बड़ी बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित केंद्र के दर्जनभर से अधिक मंत्रियों ने राज्य में धुआंधार प्रचार किया।
इसके बावजूद सरकार के 7 दिग्गज मंत्रियों को जनता ने घर का रास्ता दिखा दिया है। महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना सरकार के कम से कम सात मंत्री विधानसभा चुनाव हार गए। बृहस्पतिवार को आए चुनाव नतीजों में भाजपा-शिवसेना गठबंधन 160 सीटों पर बढ़त बनाए हुए और उसमें से कुछ सीटें जीत चुका है। शिवसेना नेता और विधानसभा उपाध्यक्ष विजय औटी पारनेर सीट से राकांपा उम्मीदवार निलेश लंके से हार गए हैं। भाजपा को परली सीट से बड़ा झटका लगा, जहां महिला एवं बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे राकांपा के धनंजय मुंडे से हार गईं।
पंकजा, धनंजय की चचेरी बहन हैं। चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह ने परली में रैलियां की थी। जल संरक्षण मंत्री राम शिंदे करजत-जामखेड सीट से शरद पवार के पोते रोहित पवार से शिकस्त खा बैठे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने इस विधानसभा क्षेत्र में दो रैलियों को संबोधित किया था। डेयरी विकास राज्य मंत्री और शिवसेना नेता अर्जुन खोटकर जालना से परास्त हो गए। अन्य शिवसेना नेता और जल संरक्षण राज्य मंत्री विजय शिवतारे को कांग्रेस उम्मीदवार संजय जगताप ने पुरन्दर से शिकस्त दे दी।
श्रम राज्य मंत्री और भाजपा सदस्य संजय उर्फ बाला भेगडे को मावल सीट पर राकांपा के सुनील शेल्के से हार का मुंह देखना पड़ा। राकांपा से शिवसेना में आए जयदत्त क्षीरसागर को बीड में उनके भतीजे और राकांपा उम्मीदवार संदीप क्षीसागर ने शिकस्त दी। कृषि मंत्री अनिल बोंडे को मोर्शी सीट पर स्वाभिमान पक्ष के देवेंद्र भुयार ने हरा दिया। ऊर्जा राज्य मंत्री और भाजपा नेता मदन येरावार यवतमाल सीट से पीछे चल रहे हैं। हालांकि अभी नतीजा घोषित नहीं किया गया है।