शाहरुख ने कमाई के मामले में कई प्रयोग किए और दिखाया कि फिल्मों के अलावा भी लोकप्रियता को भुना कर कमाई की जा सकती है। दर्शकों में फिल्म के प्रति उन्माद पैदा कर टिकट बेचे जा सकते हैं। इस मामले वे ट्रेंड सेटर और गेम चेंजर कहे जा सकते हैं। शाहरुख के प्रति फिल्म इंडस्ट्री का नजरिया फिल्म व्यवसाय को लेकर कुछ और था तथा शाहरुख खान के बाद कुछ और है।
शाहरुख खान ने दिखाया कि फिल्म का प्रचार किस तरह किया जाता है। पहले पोस्टर और ट्रेलर के साथ फिल्म का प्रचार किया जाता था। ज्यादा से ज्यादा रेडियो और टीवी पर विज्ञापन सुनाए और दिखाए जाते थे। शाहरुख खान ने छोटे परदे का इस्तेमाल अपनी फिल्मों के लिए किया। छोटे परदे की ताकत को उन्होंने समझा और इस पॉवरफुल माध्यम से उन्होंने दर्शकों को सिनेमाघरों की ओर खींचा। साथ ही उन्होंने शहर दर शहर घूम कर फिल्मों की पब्लिसिटी का सिलसिला शुरू किया। वे न केवल दिल्ली, कोलकाता जैसे बड़े शहरों में ही गए बल्कि सूरत, इंदौर, भोपाल, नागपुर जैसे शहरों में भी लोगों के बीच गए। वहां प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने लोगों की फिल्म के प्रति उत्सुकता बढ़ाई।
इतने बड़े स्टार्स को अपने बीच पाकर लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। आखिर सुपरस्टार्स को वास्तव में देखना का मौका कितनों को मिलता है? इससे शाहरुख की लोकप्रियता बढ़ी और फिल्मों को फायदा हुआ। बॉक्स ऑफिस पर धन की बरसात हुई जिससे फिल्म इंडस्ट्री ने भरपूर पैसा कमाया। शाहरुख के बाद यह सिलसिला कई लोगों ने अपनाया। शाहरुख इन शहरों में जाकर अपनी फिल्म का प्रचार करने के साथ-साथ कुछ कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेते और पैसा कमा लेते।
शाहरुख कभी भी कुछ नया करने से नहीं घबराए। सोशल मीडिया के जरिये उन्होंने विभिन्न प्लेटफॉर्म्स को भी अपनाया और फिल्म का प्रचार किया। आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल उन्होंने इस तरह किया कि फिल्म के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोग जान सकें। शाहरुख खान आक्रामक तरीके से अपनी फिल्मों का प्रचार करने के लिए जाने जाते हैं।