गुजरात के कच्छ में हल्के भूंकप के झटके महसूस किए गए हैं. इस भूंकप का केंद्र भुचाऊ रहा. वहां 4.1 रिक्टर स्केल के झटके महसूस किए गए. भूकंप राजकोट, मोरबी और जामनगर में भी महसूस किया गया. लोग डर की वजह से सड़कों पर आ गए. किसी के जानमाल के नुकसान होने की कोई खबर नहीं मिली है.
गुजरात का कच्छ इलाका भूकंप के लिहाज से काफी संवेदनशील है. साल 2001 में आए भूकंप में 20 हजार के करीब लोगों की मौत हुई थी. उस समय भी भूकंप का केंद्र भचाऊ था.
हाल ही में जम्मू कश्मीर में भी मध्यम श्रेणी के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता पर 3.3 मापी गई थी. इसका केंद्र जम्मू कश्मीर में जमीन से पांच किलोमीटर नीचे था.
कितने रिक्टर स्केल भूकंप का कैसा होता है असर
रिक्टर स्केल असर
0 से 1.9 सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है.
2 से 2.9 हल्का कंपन.
3 से 3.9 कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर.
4 से 4.9 खिड़कियां टूट सकती हैं. दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती हैं.
5 से 5.9 फर्नीचर जैसा भारी सामान तक हिल सकता है.
6 से 6.9 इमारतों की नींव दरक सकती है. ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है़.
7 से 7.9 इमारतें गिर जाती हैं. जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं.
8 से 8.9 इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं.
9 और उससे ज्यादा पूरी तबाही. कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी. समंदर नजदीक हो तो सुनामी का डर
भूकंप में रिक्टर पैमाने का हर स्केल पिछले स्केल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा ताकतवर होता है.