सिमडेगा (झारखंड). झारखंड में बच्ची की मौत पर केंद्र ने मांगी रिपोर्ट, .कारीमाटी गांव में संतोषी कुमारी (10) की मौत मामले में केंद्र ने झारखंड सरकार से रिपोर्ट मांगी है। केंद्र जांच के लिए एक टीम भेजेगी। झारखंड के मिनिस्टर सरयू राय ने कहा कि जांच में सामने आया है कि बच्ची के परिवार को राशन नहीं मिल रहा है। बता दें कि संतोषी कुमारी की मां कोयली देवी ने आरोप लगाया था कि उसका आधार कार्ड राशन कार्ड से लिंक नहीं था इसलिए उसे पीडीएस कोटे से राशन नहीं दिया। कोयली देवी ने कहा कि बेटी की मौत भूख की वजह से हुई है।
कब हुई बच्ची की मौत, एडमिनिस्ट्रेशन ने क्या कहा?
संतोषी कुमारी की मौत 28 सितम्बर को हो गई थी। मां ने आरोप लगाया बच्ची की मौत भूख से हुई है।
डिप्टी कमिश्नर मंजूनाथ भजंत्री मंगलवार शाम कारीमाटी गांव पहुंचे। ग्रामीणों और बच्ची की फैमिली से बात की। रात में डीसी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बच्ची की मौत भूख से नहीं, बीमारी से हुई थी।
उन्होंने कहा, “मैं बच्ची की बड़ी मां डहरी नायक से मिला, उन्होंने बताया कि संतोषी सिर और बदन दर्द की बात कह रही थी। आरएमपी डॉक्टर नारायण सिंह ने भी कहा कि बच्ची को मलेरिया था। चाची सुमती देवी ने भी कहा कि संतोषी को 15 दिनों से बुखार था।”
अपोजिशन बोला- सरकार नहीं, सर्कस है
पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने कहा, “ये सरकार नहीं सर्कर्स है। इससे दुखद क्या हो सकता है कि सरकार की पॉलिसी से लोग मर रहे हैं। गरीबों को अनाज नहीं मिल रहा है। गोदाम में अनाज सड़ रहा है।”
एक और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी गुरुवार को बच्ची के परिजनों से मिलने कारीमाटी गांव पहुंचे। मरांडी ने कहा, “एक बच्ची भूख से तड़प-तड़पकर भात-भात कहते हुए दम तोड़ देती है और हमारे देश के पीएम और इस राज्य के सीएम एक ही राग अलाप रहे हैं कि देश बदल रहा है। आधार कार्ड नहीं बन पाने के कारण प्रशासन ने सही लोगों का नाम भी राशन कार्ड से हटा दिया है।”