नई दिल्ली, भारत भी ग्लोबल साइबर अटैक का निशाना बना. आंध्र प्रदेश में पुलिस विभाग के कंप्यूटरों का एक हिस्सा शनिवार को एक ग्लोबल साइबर अटैक का निशाना बन गया. चित्तूर, कृष्णा, गुंटूर, विशाखापत्तनम और श्रीकुलम जिले के 18 पुलिस यूनिट्स के कंप्यूटर साइबर हमले से प्रभावित हुए, हालांकि अधिकारियों का कहना है कि रोजमर्रा के कामों में कोई परेशानी नहीं आई.
पुलिस महानिदेशक एन. संबाशिवा राव ने कहा कि कुछ स्टैंडअलोन कंप्यूटर (जो स्थानीय नेटवर्क कनेक्शन के बिना संचालित हो सकते हैं) प्रभावित हुए हैं और एहतियात के तौर पर उन्हें लॉग ऑफ (बंद) कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करने वाले कंप्यूटर साइबर हमले का शिकार हुए हैं. पुलिस प्रमुख का ऐपल (ios) का कंप्यूटर सुरक्षित है.
माना जाता है कि वैश्विक साइबर हमले के लिए हैकिंग टूल के इस्तेमाल को अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) ने ईजाद किया था, जिसने करीब 100 देशों में हजारों कंप्यूटरों को प्रभावित किया. पुलिस निरीक्षक आर. जया लक्ष्मी (तिरुपति अरबन) ने बताया कि, वह डेटा तक पहुंचने में सक्षम नहीं है और पहुंचने देने के लिए हैकर बिटकॉइन (पेमेंट नेटवर्क) पर फिरौती मांग रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इस हमले का बहुत कम असर पड़ेगा, क्योंकि एफआईआर और अन्य दस्तावेजों का रिकॉर्ड ऑफलाइन भी रखा जाता है. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि वे गृह मंत्रालय के संपर्क में हैं और डेटा सुरक्षित रखने के लिए सभी एहतियात बरत रहे हैं.
वहीं तेलंगाना पुलिस ने कहा कि इसके कंप्यूटर सिस्टम प्रभावित नहीं हुए हैं. तेलंगाना तकनीकी कंप्यूटर सेवा प्रभारी कृष्णा प्रसाद के अनुसार, ‘तेलंगाना पुलिस की वेबसाइट अच्छी तरह काम कर रही है, घबराने की कोई जरूरत नहीं है.’
इसके साथ ही बिहार के पटना में भी साइबर अटैक की एक घटना सामने आई है, जहां Ssaj Enterprises के मालिक अरुण कुमार वर्मा के कम्प्यूटरों को इंटरनेशन हैकरों ने हैक कर लिया है. वर्मा ने बताया कि हैकर्स ने फिरौती में 3 करोड़ की रकम मांगी है.