किशनगंज. भारत-बांग्लादेश सीमा पर 80 मीटर लंबी सुरंग मिली . बिहार के किशनगंज से लगने वाली भारत-बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा बलों को एक सुरंग मिली है. इस सुरंग को भारत की सीमा में चोपड़ा-फतेहपुर सीमा पर बीएसएफ की फेंसिंग के अंदर से तस्करों ने बनाया है. यह बांग्लादेश की ओर से 80 मीटर लंबी है.
भारत-बांग्लादेश की सीमा कई मायनों में महत्वपूर्ण और संवेदनशील मानी जाती है. हाल के दिनों में शांत यह सीमा कई बार सुर्खियों में रही है. वजह पशु तस्करी और कथित तौर पर बांग्लादेशियों की घुसपैठ है. सीमा की निगरानी करने वाली बीएसएफ ने अपनी चौकसी के दौरान इस सुंरग को पकड़ा है.
सुरंग मिलने की खबर से न केवल बीएसएफ बल्कि गृह मंत्रालय के भी कान खड़े हो गये हैं. तस्करों ने बांग्लादेश की तरफ से 4.5 फ़ीट गहरा और 2.5 फ़ीट चौड़ा सुरंग खोद दिया है. इसकी लंबाई 80 मीटर के आसपास है.
बीएसएफ के सूत्रों का कहना है कि यह खुदाई अंधेरे का फायदा उठा कर की गई है. इसकी सूचना बांग्लादेश सरकार को भेजी गई है. दरअसल फतेहपुर बॉर्डर पर बीएसएफ की 139 बटालियन तैनात है. 24 घंटे की कड़ी निगरानी के दौरान भी इस सुरंग की सूचना बीएसएफ के जी ग्रुप को लगी और सर्चिंग के दौरान जब 80 फ़ीट का सुरंग सामने आया तो बिहार के किशनगंज में अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए.
किशनगंज से 52 किलोमीटर दूर फतेहपुर बॉर्डर पर सेंध की इस घटना को ले कर बीएसएफ ने पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर के चोपड़ा थाना में दर्ज कराई है और सबूत नष्ट ना हो इस कारण बॉर्डर को सील कर जांच शुरू करवा दी है. बॉर्डर पर सुरंग की तहकीकात करने जब मीडियाकर्मी फतेहपुर बॉर्डर पहुंचे तो बीएसएफ ने सुरंग तक जाने की मनाही कर दी.
सुरंग की तस्वीर इस बात की पुष्टि करते हैं कि तस्करों ने ना सिर्फ गाय की तस्करी के लिए यह सुरंग बनाया है बल्कि इस सुरंग के जरिए भारत की सुरक्षा में सेंध भी लगाया जा सकता है. एसएसबी के डीआईजी एस के शरण ने भी सीमा पर सुरंग खोदे जाने की बात की पुष्टि की है.
उन्होंने कहा कि सीमा पर पूरी तरह से चौकसी बरती जा रही है और ऐसा लगता है कि पशु और मानव तस्करी के लिये ही इस सुरंग को खोदा गया है. जानकारी के मुताबिक भारत-बांग्लादेश सीमा पर थ्री टीयर सिक्योरिटी होती है, जिसमें एसएसबी, बीएसएफ के अलावा बिहार पुलिस शामिल होती है.