चंडीगढ़: नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब सरकार में मंत्री बनने के बाद भी द कपिल शर्मा शो करते रहने के फैसले पर विपक्षी दलों की ओर से उठाए जा रहे सवाल पर उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने जवाब दिया है. Navjot
नवजोत कौर ने फेसबुक पर लिखा है, ऐसा कहा जा रहा है कि नवजोत सिंह अपनी जीविका टीवी से कमाते हैं.
जब मैं विधायक थी तो मेरे घर का बिजली का बिल और मेहमानों के लिए चाय का खर्चा उससे ज्यादा आता था.
हमारे पास टीवी के सिवाय कोई बिजनेस या आय का कोई स्रोत नहीं है. वे (नवजोत सिद्धू) आईपीएल में कमेंट्री करीब 80 फीसदी छोड़े हैं.
कॉमेडी नाइट्स विद कपिल के 2 शोज की शूटिंग पूरे हफ्ते में सिर्फ 5 घंटे होती है, वो भी ज्यादातर शनिवार के दिन. मुझे लगता है कि वह सामाजिक रूप से असक्रिय शख्स से लिए कम समय है.’
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का कहना है कि नवजोत सिद्धू को टीवी शो में काम करना चाहिए या नहीं इस पर वह एडवोकेट जनरल की राय मांगेंगे.
उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानता कि संविधान की इस बारे में क्या राय है, हम अपने वकील से पूछेंगे कि मंत्री रहकर क्या कोई अलग से काम कर सकता है, जो वो करना चाहता हो.
तभी इस पर फैसला लिया जाएगा. अमरिंदर सिंह ने कहा कि यह पूरी तरह से कानून पर निर्भर करता है और वो नहीं जानते कि ये हितों का टकराव है या नहीं. उन्होंने कहा है कि वो पहले वकील से राय लेंगे तभी उसके बाद सिंद्धू से बात करेंगे.
अमरिंदर सिंह सरकार में नवजोत सिंह सिद्धू को स्थानीय निकाय और पर्यटन मंत्री बनाया गया है. इसके बाद सिद्धू ने कहा था कि वह सोनी एंटरटेनमेंट चैनल पर आने वाले शो कॉमेडी नाइट्स विद कपिल शर्मा का हिस्सा बने रहेंगे.
सिद्धू ने कहा था, ‘अगर मुझे समस्या नहीं है तो आप लोग क्यों चिंता कर रहे हो. अगर मुझे शो करना होगा तो मैं यहां (पंजाब) से 3 बजे निकलूंगा और सुबह किसी के भी उठने से पहले वापस आ जाऊंगा.’
मंत्री पद संभालने के बाद सिद्धू ने कहा, ‘इस बात को लेकर बहुत चर्चा हुई कि सिद्धू ये बनेगा, वो बनेगा. लोगों की कामनाओं और इरादों के लिए मैं उनका शुक्रगुजार हूं. हालांकि मैं इन चीजों से हमेशा दूर रहा.’
उनको उपमुख्यमंत्री बनाये जाने से जुड़ी अटकलों के बारे में पूछे जाने पर सिद्धू ने कहा, ‘अगर कैप्टन :अमरिंदर सिंह: मुझे विधायक के रूप में काम करने को भी कहते तो मैं वैसा करता.’
उन्होंने कहा, ‘कैप्टन साहब, राहुल जी और प्रियंका जी ने मेरे लिए जो कुछ भी सोचा, मैं उससे खुश हूं और वह मेरे अनुकूल है. मैं राज्य को सही पटरी पर ले जाने के लिए आया हूं. मैं कोई निजी हित साधने के लिए यहां नहीं आया हूं.’
भाजपा के पूर्व सांसद ने कहा कि भगवा दल ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में उनको कुरूक्षेत्र, चंडीगढ़ और पश्चिमी दिल्ली संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने की पेशकश की थी. पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि राज्यसभा की सीट उनके लिए मायने नहीं रखती थी और इसी कारण उनको पार्टी छोड़नी पड़ी.