लखनऊ : चुनावी रण समाप्त होने के बाद अब नतीजों का इंतज़ार है। सभी दल अपने अपने जीत के दावे कर रहे हैं। इस बीच यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने विकास की राजनीति पर एक अहम बयान दिया है। Akhilesh
अखिलेश यादव ने इंडियन एक्सप्रेस की संवाददाता वंदिता मिश्रा को दिये इंटरव्यू में कहा है कि, अगर यूपी में जाति-धर्म की राजनीति जीतती है तो वे खुद से पूछने को मज़बूर होंगे कि अगर ऐसा ही है तो एक्सप्रेस वे क्यों बनाया जाए।
11 मार्च को यूपी समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे आने हैं। आंकड़ों का बाज़ार गर्म है, इस बीच अखिलेश यादव का ये बयान कई इशारे करता है।
इंटरव्यू के दौरान जब अखिलेश यादव से ये पूछा गया कि, ‘यूपी की सियासत अलग-अलग दौर देख चुकी है, 1990 के दौर में मंदिर और मंडल ने राजनीति का दशा दिशा बदली, 2000 में मुद्दे फिर से बदले, आप अभी की यूपी की राजनीति को कैसे देखते हैं ?’
इस सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा कि, ‘मैंने हिम्मत से कहा-काम बोलता है, मैने राज्य में विकास की राजनीति को लाया, अब लोगों को तय करना है कि वे क्या चाहते हैं।’
अखिलेश यादव के मुताबिक, ‘ये चुनाव यूपी के भविष्य के लिए बेहद अहम है, यदि कल यहां जाति और धर्म का समीकरण जीतता है, तो हम खुद से ये पूछने को मज़बूर होंगे कि हम एक्सप्रेस वे क्यों बनाएं।’
अखिलेश ने ये भी कहा कि, ‘मैं कहा करता था कि राहुल के लिए कामयाब होना ज़रुरी है, तभी लोग कहेंगे कि युवा भी राजनीति में वांछित नतीजे दे सकते हैं, अब हमारा दांव साक्षा है, अब मुझे खुद को साबित करना था, और मैंने अपने काम के जरिये खुद को साबित करना ठीक समझा।
अखिलेश ने कहा कि उन्हें कांग्रेस के साथ सीटों के समझौते के लिए कोई मलाल नहीं है, अखिलेश के मुताबिक वे संदेश देना चाहते थे कि हम मिलकर सरकार बना सकते हैं।
सीएम अखिलेश के मुताबिक यहीं वजह है कि हमारी दोस्ती पीएम को भी खलने लगी। पीएम ने अपने भाषणों में हमपर तंज कसा, “गोद में बिठा लिया है, यार बना लिया है”।
अखिलेश से ये पूछने पर कि क्या आप कांग्रेस के साथ इस गठबंधन को यूपी से बाहर ले जाना चाहते हैं, केन्द्र में भी ऐसा गठबंधन चाहते हैं, अखिलेश ने जवाब दिया कि, ‘मैं खुद राष्ट्रीय स्तर पर नहीं जाना चाहता हूं, मैं यूपी में ही खुश हूं’ बतौर अखिलेश वे अपनी पार्टी को यूपी और दूसरे राज्य में जहां कहीं भी संभावना है वहां मज़बूत करेंगे।
जब ये पूछा गया कि क्या 2019 के आम चुनाव के लिए क्या एसपी-कांग्रेस गठबंधन बरकरार रहेगा, सीएम का जवाब था कि मौजूदा वक़्त के लिए ये गठबंधन बरकरार है, बाकी का फैसला 11 मार्च के बाद होगा।