लखनऊ : उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव जीतने की कोशिश में सभी राजनीतिक दलों ने अपना पूरा जोर लगा दिया है। वहीं जैसे-जैसे वोटिंग आगे बढ़ रही है सभी राजनीतिक दल यह दावा कर रही हैं कि वे ही राज्य की सत्ता तक पहुंचेंगे। Rajnath
इसी बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने चुनाव के मद्देनजर काफी कुछ कहा है लेकिन एक चौंकाने वाली बात भी उन्होंने कह दी है।
कांग्रेस-सपा के गठबंधन पर उन्होंने कहा, “गठबंधन नहीं हुआ होता तो हम (बीजेपी) 300 से ज्यादा सीटें जीतते।”
हालांकि उन्होंने गठबंधन से कांग्रेस सपा को फायदा होने की बात से इंकार किया। सिंह ने कहा कि “गठबंधन से सपा और कांग्रेस मजबूत नहीं हुए हैं। कांग्रेस के कई वोट बीजेपी की तरफ डाइवर्ट हुए हैं।
इस गठबंधन का मकसद अल्पसंख्यक वोटों को पोलोराइस करने का था”। एनडीटीवी से हुई बातचीत में उन्होंने यह बातें कही हैं। वहीं राजनाथ सिंह ने अपने बेटे पंकज सिंह का टिकट काटने पर भी अपनी बात कही।
उन्होंने कहा, “मैंने अपने बेटे के लिए कभी किसी से एक शब्द नहीं कहा। कल्याण सिंह ने पंकज का नाम प्रपोज किया था, अटल जी और आडवाणी जी भी मौजूद थे।
अटल जी ने ही सबसे पहले मेरे बेटे को टिकट दिया था लेकिन मैंनो मना कर दिया था” उन्होंने आगे कहा, “मैं दुखी था लेकिन मुझे ये अच्छा नहीं लगा कि मैं पार्टी प्रेसिडेंट हूं और अपने हाथ से मैं पार्टी का सिंबल अपने बेटे को दूं।
स्वभाविक है जब टिकट नहीं मिलता तो कोई दुखी होता है। घर में भी मेरी पत्नी ने कहा कि सभी के बेच्चे तो लड़ते हैं फिर क्या दिक्कत हैं, लेकिन मैं राजनीति में हूं तो मेरे कुछ उसूल हैं।”
सिंह ने आगे बताया कि जब पंकज ने मुझसे पूछा कि मैं क्या करूं तो मैंने उसे कहा कि जाकर अटल जी के पैर छुओ और उनसे कहो की पापा (राजनाथ सिंह) नहीं चाहते कि आप उनको माफ कर दीजिए।
वहीं राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी के श्मशान-कब्रिस्तान वाले बयान पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि किसी के साथ भी जाति, धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए। पीएम के भाषण का मकसद यही था कि किसी के साथ भेदभाव न हो। पीएम के कहने की मंशा यही थी कि सरकार अपने काम में फेयर हो।