दुबई: दुबई में सोमवार को हुई आईसीसी की बैठक में डीआरएस (Decision Review System) पर बड़ा फैसला लिया गया है। Icc
अब डीआरएस सिस्टम क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में लागू होगा। यह नियम अक्टूबर से लागू किया जाएगा।
वहीं, आईसीसी इवेंट के साथ-साथ बाइलेटरल सीरीज में भी डीआरएस का खर्चा आईसीसी उठा सकती है।
हालांकि इस पर आखिरी फैसला जून में होने वाली आईसीसी की सालाना बैठक में लिया जाएगा।
बता दें कि इसमें हॉकआई, हॉट स्पॉट, अल्ट्रा एज, रियल टाइम स्निको तकनीक का इस्तेमाल सही फैसले लेने के लिए किया जाता है।
आईसीसी की बैठक में यह भी कहा गया कि जो भी संस्थान डीआएस तकनीक का इस्तेमाल करेगा उसे मैसाचुसेट्स तकनीक संस्थान (एमआईटी) से इसकी सहमति लेना अनिवार्य होगा।
उसके बाद ही मैचों में इसका इस्तेमाल किया जाएगा। बीसीसीआई लंबे समय से डीआरएस सिस्टम का विरोध करता रहा है।
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने भी माना कि डीआरएस पर ज्यादा कंट्रोल जरूरी है। मई में आईसीसी की क्रिकेट काउंसिल इसके इस्तेमाल पर चर्चा करेगी और जून 2017 में इस पर आखिरी फैसला लिया जाएगा, जिसके बाद इसी साल अक्टूबर में इसे लागू किया जाएगा।
साथ ही, यह पहला मौका होगा जब वेस्ट इंडीज में 2018 में होने वाले आईसीसी 20-20 महिला विश्व कप टूर्नामेंट में भी डीआरएस का इस्तेमाल किया जाएगा।