नागपुर : कप्तानी की अपनी नई पारी में इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय टीम को टेस्ट और वनडे सीरीज जिताने वाले कप्तान विराट कोहली के सामने यहां आज रविवार को मेहमान टीम के खिलाफ होने वाले दूसरे टी20 में हर हालत में जीत हासिल कर सीरीज को बचाने की चुनौती होगी। twenty20
भारतीय टीम पहला मैच गंवाने के बाद तीन टी20 मैचों की सीरीज में 0-1 से पिछड़ी हुई है।
मेहमान इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट और वनडे सीरीज फतह करने वाली भारतीय टीम को कानपुर में हुए पहले टी20 में हार का सामना करना पड़ा था और इससे कहीं न कहीं मेजबान टीम और कप्तान विराट का मनोबल डगमगाया होगा।
टीम इंडिया ने तमाम दावों के बावजूद पहले मैच में जिस तरह का प्रदर्शन किया था वह एक बार खुद की तैयारियों को जांचने के लिए मजबूर कर देता है।
यदि सीरीज तीन मैचों की हो तो पहला मुकाबला हारने वाली टीम के लिए चुनौती और कड़ी हो जाती है। भारतीय टीम के साथ भी कुछ ऐसा ही है।
टीम इंडिया में स्टार खिलाड़ियों की भरमार है और ऐसे में टीम के प्रत्येक खिलाड़ी को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। टीम को अपने स्टार बल्लेबाज विराट पर निर्भरता भी कम करनी होगी।
विराट ने पहले मुकाबले में अच्छी शुरुआत के बाद अपना विकेट गंवाया। उन्हें अपने विकेट की कीमत समझनी होगी। टीम में युवराज वापसी के बाद बेहतरीन लय में हैं।
वह पुराने अंदाज में गेंदों पर प्रहार कर रहे हैं। सुरेश रैना की वापसी को भी संतोषजनक कहा जा सकता है। पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी सदाबहार हैं जबकि निचले क्रम में हार्दिक पांड्या उपयोगी पारियां खेलते हुए खुद को आलराउंडर के रूप में विकसित कर रहे हैं। यदि पिछले मैच में नजर डाले तो भारतीय बल्लेबाजी तथा गेंदबाजी दोनों में ही विश्वास की कमी नजर आई।
मेहमान बल्लेबाज जहां कमजोर गेंदों पर निर्मम प्रहार करते हुए आसानी से रन बना रहे थे वहीं भारतीय बल्लेबाजों का अपने खेल पर कोई नियंत्रण नहीं दिख रहा था।
भारतीय ओपनरों को भी अपनी भूमिका समझनी होगी। लोकेश राहुल को अपने प्रदर्शन में सुधार लाना होगा ताकि टीम को एक अच्छी शुरुआत मिल सके। उन्हें कमजोर गेंदों का इंतजार करना चाहिए और स्ट्राइक रोटेड करने पर भरोसा जताना चाहिए।
लंबे समय बाद वापसी कर रहे रैना ने कुछ अच्छे हाथ दिखाते हुए फार्म में होने के संकेत दिए। उन्हें अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलना होगा। पहले टी-20 से पदार्पण कर रहे परवेज रसूल ने भी खासा निराश किया।
हालांकि युवा युजवेन्द्र चहल ने अपने खेल से जरूर प्रभावित किया। अनुभवी अश्विन और जडेजा की अनुपस्थिति में इन दोनों खिलाड़ियों के पास शानदार मौका है कि वे यहां बेहतरीन प्रदर्शन कर अपना स्थान सुरक्षित करें।
दूसरी तरफ मेहमान इंग्लिश टीम के लिए पिछली दोनों सीरीज गंवाने के बाद टी20 सीरीज में जीत के साथ शुरुआत करना निश्चित रूप से मनोवैज्ञानिक बढ़त लेने वाला रहा।
हालांकि टीम के खिलाड़ियों की चोटों ने भी उसकी मुसीबत बढ़ा भी दी है। ओपनर एलेक्स हेल्स चोट के चलते सीरीज से बाहर हो गए है वहीं लेफ्टआर्म स्पिनर डेविड विली को कंधे में चोट है।
भारतीय गेंदबाजों को मेहमान कप्तान इयोन मोर्गन, जेसन रॉय, जो रूट, मोइन अली से जहां सावधान रहने की जरूरत है वहीं मैच अपने कब्जे में करने के लिए इनके विकेट जल्द निकालने की कोशिश करनी होगी।
मोर्गन ने पिछले मैच में कप्तानी पारी खेलते हुए शानदार अर्धशतक जड़ा था। मेहमान गेंदबाज भी शानदार लय में हैं और गेंदबाज क्रिस जार्डन और टाइमल मिल्स अहम रहेंगे। टीम इंडिया को आलराउंडर बेन स्टोक्स से भी अतरिक्त रूप से सावधान रहना होगा।